हमारे यहां बच्चा पैदा होता है तो आई और AI दोनों बोलता है, बिल गेट्स से बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक और जानेमाने टेक्नोक्रेट बिल गेट्स के साथ खेती-किसानी, स्वास्थ्य से लेकर AI और डिजिटल क्रांति जैसे मसलों पर चर्चा की।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से कई मुद्दों पर बातचीत की है। खासतौर पर स्वास्थ्य, तकनीक, कृषि, जलवायु परिवर्तन जैसे मसलों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान बिल गेट्स के एक सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह तकनीक के गुलाम नहीं हैं, बल्कि उन्हें एक बच्चे की तरह टेक्नोलॉजी काफी पसंद है। वह नई नई तकनीक के बारे में पता लगाते रहते हैं, ताकि उसके इस्तेमाल के बारे में जानकारी हासिल की जा सके।
पीएम मोदी यहीं नहीं रुके हमारे यहां जब बच्चा पैदा होता है, तो 'आई' (मां) भी बोलता है और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) भी बोलता है। पीएम मोदी और बिल गेट्स के बीच बातचीत की थीम 'फ्रॉम एआई टू डिजिटल पैमेंट्स' है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मेरी नई सरकार सर्विकल कैंसर को लेकर स्थानीय स्तर पर अनुसंधान के लिए वैज्ञानिकों को निधि आवंटित करेगी, सभी लड़कियों का टीकाकरण कराना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि तकनीक कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा में बड़ी भूमिका निभा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिल गेट्स से बातचीत के दौरान ग्रीन एनर्जी पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारत नवीकरणीय ऊर्जा में तेजी से प्रगति कर रहा है। हम ग्रीन हाइड्रोजन में प्रगति करना चाहते हैं। तमिलनाडु में मैंने हाइड्रोजन से चलने वाली एक नाव लॉन्च की। मैं इस नाव को काशी-अयोध्या नाव पर रखने के बारे में सोच रहा हूं, ताकि स्वच्छ गंगा का मेरा आंदोलन मजबूत हो और यह पर्यावरण के प्रति जागरूक समाज को एक संदेश दे।
पीएम मोदी ने बिल गेट्स से बातचीत में आगे कहा, ‘मैंने हिंदुस्तान के 6 लाख गांवों के किसानों से लोहे के टुकड़े इकट्ठे किए। उन्हें पिघलाया और उनका स्टैच्यू में उपयोग किया है। मैं हर गांव से मिट्टी लाया। उस मिट्टी से मैंने एक यूनिटी वॉल बनाई है। हिंदुस्तान के 6 लाख गांवों की मिट्टी उसमें है। उसके पीछे हमारी एकता की भावना है। हमने इतने बड़े देश की विविधताओं के बीच में एकता कैसे बना ली, उसे दर्शाने के लिए मैंने ‘स्टैच्यूऑफ यूनिटी’ का निर्माण किया। यह दुनिया का सबसे ऊंचा स्टैच्यू है, जिसे कम से कम समय में बनाया गया है।