नवा रायपुर में हुई साइबर ठगी, अकाउंट से उड़ाए लाखों रुपए
नवा रायपुर के राखी थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां दो अलग-अलग घटनाओं में ठगों ने लाखों रुपये की ठगी को अंजाम दिया।
छत्तीसगढ़ पुलिस के लगातार जागरुकता अभियान के बावजूद साइबर ठगी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला नवा रायपुर के राखी थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां दो अलग-अलग घटनाओं में ठगों ने कुल 32,99,057 रुपये की ठगी को अंजाम दिया। दोनों मामलों में पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
पहली घटना में, ग्राम निमोरा के रहने वाले पारस धीवर को एक अनजान टेलीग्राम उपयोगकर्ता ने ऑनलाइन काम करने का झांसा दिया। 20 जुलाई 2024 से शुरू होकर 13 अगस्त 2024 के बीच विभिन्न बैंक खातों के माध्यम से धीवर और उनके मित्र से 24,12,871 रुपये की ठगी की गई।
दूसरी घटना में, नवा रायपुर के सेक्टर-29 के निवासी और पीडब्ल्यूडी विभाग के उपअभियंता चमनलाल साहू ठगी का शिकार बने। उनका मोबाइल सिम 24 सितंबर को अचानक बंद हो गया, जिसके बाद उन्हें ई-सिम प्राप्त करने के लिए कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा। 9 अक्टूबर को बायोमैट्रिक अनलॉक कराने के बाद उन्हें पता चला कि उनके आधार पर दूसरा नंबर अपडेट कर लिया गया है। 14 अक्टूबर को बैंकिंग सेवाएं अपडेट करते समय उन्होंने पाया कि अज्ञात व्यक्ति ने 24 सितंबर से 7 अक्टूबर के बीच उनके एसबीआई और यूनियन बैंक खातों से बड़ी राशि निकाल ली है।
इसके अलावा, कोटा इलाके के एक शिक्षक, हेमंत बंजारे से भी 22 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने उन्हें शेयर मार्केट में निवेश कर दोगुना मुनाफा कमाने का झांसा दिया और दो साल में अलग-अलग किश्तों में उनसे रकम जमा करवाई। जब शिक्षक ने पैसे निकालने की कोशिश की, तब फर्जीवाड़ा सामने आया। पुलिस ने इस मामले में भी ठगी का केस दर्ज कर लिया है।