लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क में जानलेवा हमला, हमलावर ने गले में घोंपा चाकू
भारतीय मूल के अंग्रेजी लेखक रुश्दी 1980 के दशक में अपनी किताब द सैटेनिक वर्सेज को लेकर विवादों में रह चुके हैं, ईरान में यह पुस्तक सन 1988 से बैन है

न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क में शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान अंग्रेजी भाषा के प्रख्यात भारतीय लेखक सलमान रुश्दी पर एक व्यक्ति ने हमला कर दिया। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के एक संवाददाता के मुताबिक पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्का संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान सलमान रुश्दी अपना व्याख्यान शुरू ही करने वाले थे कि तभी एक शख्स मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारे या चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से लेखक जमीन पर गिर गए। हमला करने वाले शख्स को नियंत्रित कर उसे हिरासत में ले लिया गया है।
न्यूयॉर्क स्टेट की गर्वनर कैथी होचुल ने एक बयान में कहा, ‘सलमान रुश्दी जीवित है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर एयरलिफ्ट के जरिए ले जाया गया है। इवेंट मॉडरेटर पर भी हमला किया गया था। उसे लोकल हॉस्पिटल में ले जाया गया है।' बताया जा रहा है कि रुश्दी की गर्दन में चोट आई है। एक हेलीकॉप्टर के जरिए रुश्दी को एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया है। उनकी हालत के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। वहीं, उनका साक्षात्कार लेने वाले के सिर में मामूली चोट लगी है.।
This: Author Salman Rushdie reportedly attacked in New York. He was schedule to speak at a @chq event. Video : @CharlieSavenor pic.twitter.com/OqfeiUQRUD
— Zeba Warsi (@Zebaism) August 12, 2022
बता दें कि सलमान रुश्दी की मशहूर पुस्तक ‘द सैटेनिक वर्सेज’ ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है। कई मुसलमानों का मानना है कि रुश्दी ने इस पुस्तक के जरिए ईशनिंदा की है। इसे लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खमनेई ने रुश्दी को मौत की सजा दिए जाने का फतवा जारी किया था। रुश्दी की हत्या करने वाले को 30 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक का इनाम देने की भी पेशकश की गई। उनके खिलाफ कई इस्लामिक नेताओं ने फतवा जारी किया हुआ है।
हालांकि ईरान की सरकार ने लंबे समय से अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी के फतवे से खुद को दूर रखा है। लेकिन ईरान में अभी भी रुश्दी विरोधी भावना बनी हुई है. 2012 में, एक अर्ध-सरकारी ईरानी धार्मिक फाउंडेशन ने रुश्दी के सर पर रखे इनाम को 2.8 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 3.3 मिलियन डॉलर कर दिया।