भाजपा ने अपने दिग्गज नेता का शिलालेख नाली में फेंका, स्व नंदकुमार सिंह चौहान के अपमान से भड़की करणी सेना

करणी सेना परिवार ने कहा कि हरदा भाजपा ने पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के नाम के शिलालेख को नाली में फेंककर उनका और सम्पूर्ण राजपूत समाज का अपमान किया है।

Updated: Sep 23, 2023, 02:33 PM IST

हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में भाजपा के दिग्गज नेता रहे स्व नंदकुमार सिंह चौहान का अपमान का मामला सामने आया है। यहां स्व नंदकुमार सिंह चौहान का शिलालेख भाजपा कार्यालय से हटाकर नाले में फेंक दिया गया। घटना को लेकर करणी  सैनिकों में आक्रोश है। वहीं, नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे ने कहा कि शिला लेख के अपमान से मेरा अंतर्मन व्यथित है।

करणी सेना परिवार के सदस्यों ने शुक्रवार को नंदकुमार सिंह चौहान का शिलालेख धोकर साफ किया और उसे लेकर नए कार्यालय कमल कुंज गए और विरोध प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत ने कहा कि भाजपा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले स्व.नंदकुमार सिंह चौहान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रहने के साथ 8 बार सांसद रहे हैं। उन्होंने हमेशा भाजपा के लिए समर्पित रहकर कार्य किया है। लेकिन हरदा भाजपा कार्यालय में उनके नाम के शिलालेख का अपमान कर उसे नाली में फेंक दिया गया है। यह उनका ही नहीं पूरे राजपूत समाज का अपमान है। 

करणी सेना ने कहा कि हरदा में भाजपा कार्यकाल का नाम कमल कुंज रखा है। जिसे बदलकर स्व.नंदकुमार चौहान के नाम पर रखा जाए। साथ ही पार्टी उनके अपमान का जवाब दे। करणी सेना ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में राजपूत समाज भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।

इस घटना को लेकर नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन चौहान ने भी दुख जताया है। हर्षवर्धन ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'हरदा में पूज्य पिताजी श्रद्धेय स्व. नंदकुमार सिंह चौहान जी के नाम की शिलालेख का अपमान हुआ ऐसी खबर सुनकर अंतरात्मा व्यथित है। पूज्य पिताजी ने अपना सम्पूर्ण जीवन जनसेवा को समर्पित किया था उनके द्वारा समाज की भलाई के लिए किए गए कार्य आज भी हमें प्रेरणा देते हैं। जिन्होंने इस तरह की निंदनीय घटना को अंजाम दिया है, भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे और क्षमा करें।'

बवाल बढ़ता देख भाजपा जिलाध्यक्ष अमर सिंह मीणा ने कहा कि भाजपा के लिए स्व.नंदू भैया हमेशा सम्मानीय रहे हैं और रहेंगे। हमारी पार्टी में किसी भी सामान्य व्यक्ति का अपमान नहीं किया जाता तो फिर स्व. चौहान तो हम सभी के प्रेरणास्रोत और मार्गदर्शक रहे हैं। उनका अपमान करने की तो कोई सोच ही नहीं सकता। चूंकि भाजपा कार्यालय का काम अंतिम चरण में चल रहा है। यहां पर काम करने वाले किसी लेबर ने अनजाने में उस शिलालेख को रख दिया गया होगा। उस शिलालेख को ससम्मान कार्यालय में स्थापित किया जाएगा।