सीएम के गायन पर कांग्रेस की चुटकी, सफर में नहीं कोई साथ, डेढ़ साल भी गुज़ारना है मुश्किल
सीएम शिवराज ने शनिवार को सीहोर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 'तुझको चलना होगा' गाना गाया था, सीएम के इस गायन पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा है कि उनके इस सफर में अब कोई भी सीएम के साथ खड़ा नहीं है

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें सीएम शिवराज गाना गाते हुए नज़र आ रहे हैं। कांग्रेस ने सीएम के गायन पर चुटकी लेते हुए कहा है कि शिवराज जी के लिए 2023 तक भी चलना मुश्किल है। क्योंकि इस सफर में उनके साथ कोई और नहीं खड़ा है। सीएम इस सफर में अकेले हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सीएम के गायन का वीडियो साझा करते हुए कहा कि सफर में साथ चल रहे साथियों को कुर्सी पर खतरा मान पहले उन्हें चलता किया। लेकिन अब गा रहे हैं, चलना होगा-चलना होगा। नरेंद्र सलूजा ने आगे कहा कि लेकिन अब इस सफर में सीएम के साथ कोई भी नहीं है।2023 यानी आगामी विधानसभा चुनावों तक भी चलना अब मुश्किल है।
सफ़र में साथ चल रहे सारे साथियों को कुर्सी पर ख़तरा मान , चलता कर , अब गा रहे है “ चलना होगा-चलना होगा “
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) November 6, 2021
लेकिन अब इस सफ़र में साथ कोई नही है , 2023 तक चलना भी अब मुश्किल है… pic.twitter.com/KXSWohGxpX
शनिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान बुदनी में खिलौना महोत्सव में हिस्सा लेने पहुंचे थे। कार्यक्रम में सीएम की पत्नी साधना सिंह भी शामिल हुई थीं। इस दौरान सीएम ने बच्चों के साथ चम्मच की रेस भी लगाई। जिसमें सीएम बच्चों से हार गए।इसके बाद दशहरा मैदान में ही सीएम ने बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए 'तुझको चलना होगा' गाया।
हर नल की टोंटी की जॉंच करेंगे अधिकारी। मामू के ग्रह ग्राम जैत में नल टोंटी टूटी मिली।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 7, 2021
मामू आपके गॉंव में यह हाल है तो प्रदेश में क्या होगा?#मामू_गेंग pic.twitter.com/iZzbDffZBB
शनिवार को ही सीएम जब अपने पैतृक गांव जैत में थे तो ग्रामीणों ने पानी की समस्या से सीएम को अवगत कराया। ग्रामीणों की समस्या सुन सीएम आग बबूला हो गए और अधिकारियों पर बरस पड़े। सीएम ने अधिकारियों को समस्या के निपटारे के लिए पंद्रह दिन का अल्टीमेटम दे दिया। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले में सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि मामू जब आपके गांव में यह हाल है तो प्रदेश में क्या होगा?