लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस, पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने इंदौर में पार्टी पदाधिकारियों के साथ की बैठक

इंदौर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि वोटिंग के बाद VVPAT में गिरने वाली पर्ची लोगों के हाथ में दी जाए और एक अलग बॉक्स में उसे अपने हाथ से डालने का अधिकार दें

Updated: Jan 03, 2024, 04:49 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के अप्रत्याशित परिणामों के बाद ईवीएम की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है। ईवीएम को लेकर चुनाव आयोग से पत्राचार के बीच कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारियों में भी जुटी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को इंदौर में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की।

इंदौर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान ईवीएम पर सवाल खड़े किए। सिंह ने कहा कि मतगणना VVPAT की पर्ची से ही की जानी चाहिए। हम यह कहां कह रहे हैं कि मतदान EVM से नहीं कराएं। हम तो चाहते हैं कि वोटिंग के बाद VVPAT में गिरने वाली पर्ची लोगों के हाथ में दी जाए और एक अलग बॉक्स में उसे अपने हाथ से डालने का अधिकार दें। यह देश के 90 करोड़ मतदाताओं का अधिकार है। पेटी में डाली गई पर्चियों की काउंटिंग से चुनाव परिणाम घोषित किए जाएं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने आईआईटी दिल्ली के छात्र और पूर्व केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा किए गए एक प्रयोग का हवाला देते हुए कहा कि इस छात्र के पिता केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने प्रयोग किया है। हम जब बटन दबाते हैं तो दिखता तो वही चुनाव चिह्न है, लेकिन छपता कुछ और है। यानी कोई सॉफ्टवेयर इस प्रकार का बिल्कुल हो सकता है कि दिखे कुछ, छपे कुछ। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग करते हुए कहा कि हमें VVPAT में कुछ मत दिखाइए, लेकिन जो पर्ची छपी है वो हमारे हाथ में दे दीजिए।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये देश के 90 करोड़ मतदाताओं का संवैधानिक अधिकार है। जिसे आप नहीं छीन सकते। भाजपा के लोग हमसे कहते हैं कि कांग्रेस तेलंगाना, कर्नाटक में कैसे जीत गई। उन्होंने तर्क दिया कि यदि गुप्त रूप से चोरी करने वाला सारा माल ले जाएगा तो वो पकड़ा जाएगा। इसीलिए भाजपा थोड़ी थोड़ी चोरी करती है। सिंह ने कहा कि ये चोरी गुजरात चुनाव 2012 के बाद से शुरू हुई है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि साल 2014 में भाजपा में कहा कि बहुमत मिलेगा, सरकार बन गई। 2019 में कहा कि 300 पार सीटें लाएंगे, 303 मिल गई। ये (भाजपा) चुनाव के पहले ही घोषणा कर देते हैं। ये कैसे मालूम पड़ता है। ये बड़ा सवाल है।

राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण मिलने के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे किसी निमंत्रण की आवश्यकता नहीं है। भगवान राम हमारे हृदय में बसे हैं। उन्होंने यह भी पूछा कि राम मंदिर में नई मूर्ति की आवश्यकता क्यों पड़ी? जिस राम लला की मूर्ति पर सारा झगड़ा हुआ, वो मूर्ति कहां है? वो मूर्ति स्थापित क्यों नहीं हुई?