मध्य प्रदेश में आई भ्रष्टाचार की बाढ़, सामने आ रहे हैं बड़े-बड़े घोटाले, कमलनाथ ने मोहन सरकार को घेरा

कमलनाथ ने कहा है कि राजधानी भोपाल में निगम अफसरों और ड्राइवर के गठबंधन रोज 1000 लीटर डीजल बेचकर 30 लाख रुपये महीने कमा रहे हैं।

Updated: Dec 23, 2024, 03:07 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते कुछ दिनों में आयकर विभाग और लोकायुक्त की कार्रवाईयों में बड़े खुलासे हुए हैं। इस घटनाओं से शासकीय विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को आसानी से समझा जा सकता है। विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तो यहां तक कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की बाढ़ आई हुई है। हर अख़बार बड़े बड़े घोटालों की खबरों से पटे पड़े हैं। महंगाई और बेरोज़गारी ने जनता को दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष की क़तार में लगा दिया है, वहीं बीजेपी नेताओं और अफ़सरों के ठगजोड़ ने मध्यप्रदेश की नीलामी चालू कर दी है।' 

पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, 'पुलिस के एक सिपाही के पास से 54 किलो सोना, 10 करोड़ नक़दी और सैकड़ों करोड़ के लेनदेन की जानकारी मिलना बताता है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी नेताओं और अफ़सरों ने किस तरह से लूट मचा रखी है। भ्रष्टाचार की हद देखिये कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन टिकट में भी भ्रष्टाचार हो रहा है। कर्मचारी 6 महीने में करोड़ों के प्लॉट और नक़दी से खेल रहे हैं। भ्रष्टाचार के इन राक्षसों ने भगवान तक को नहीं छोड़ा है।'

कमलनाथ ने आगे लिखा है कि राजधानी भोपाल में निगम अफ़सरों और ड्राइवर के गठबंधन रोज 1000 लीटर डीज़ल बेचकर 30 लाख रूपये महीने कमा रहे हैं। मतलब जनता के पैसों से डीज़ल ख़रीदेंगे और फिर उसे बेचकर अपनी पॉकेट भर लेंगे। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री, मंत्री, अफसर से लेकर सिपाही तक की भ्रष्टाचार की यह चेन बेहद ख़तरनाक है। जनता को झूठे विज्ञापन और फ़र्ज़ी इवेंट में उलझाकर पूरी सरकार धन बटोरने और घर भरने में लगी है। 

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पूर्व मुख्यमंत्री ने आखिर में लिखा है कि कहीं कर्मचारियों को महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है, कहीं कर्मचारी हज़ारों करोड़ में खेल रहे हैं। उन्होंने पूछा कि आख़िर मध्य प्रदेश में ये हो क्या रहा है? कमलनाथ ने इसके साथ अखबारों के क्लिप्स भी शेयर किए हैं, जिसमें राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार का उल्लेख है। बता दें कि पिछले दिनों आयकर विभाग और लोकायुक्त की दबिश में विभिन्न कारोबारियों के यहां सैकड़ों करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ, करोड़ों की नगदी मिली। इतना ही नहीं एक पूर्व आरक्षक के भी करोड़पति होने का खुलासा हुआ है।