Kamalnath : PM Modi से लोकतंत्र बचाने की अपील

BJP Politics: Kamalnath ने कहा है कि निर्वाचित सरकार को गिराना भारतीय प्रजातांत्रिक इतिहास का सबसे घृणित कृत्य

Publish: Jul 24, 2020, 08:37 PM IST

भोपाल। कोरोना संकट काल में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकारों को गिराने की राजनीति पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अपने खत में मध्यप्रदेश में निर्वाचित सरकार को गिराए जाने को भारत के प्रजातांत्रिक इतिहास का सबसे घृणित कृत्यों में से एक बताया है। उन्होंने पीएम मोदी से भारत के लोकतंत्र की गिरती हुई साख को बचाने के लिये आगे आने की अपील की है तथा प्रजातांत्रिक मूल्यों का सौदा करने वाले नेताओं को बीजेपी से निकालने की मांग की है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। उन्होंने लिखा है कि, 'आज जब समूचा विश्व का मानव समाज एक भीषण महामारी का दृढ़ता से सामना कर रहा है तब भारत में अप्रजातांत्रिक महामारी फैली हुई है। देशवासियों के अथक प्रयासों के बाद हम सबने मिलकर भारत को विश्व का सबसे परिपक्व प्रजातंत्र बनाया है और संविधान निर्माता बाबा साहब के अनुसार हमारे संविधान का सबसे खूबसूरत पहलू, इसका संघीय स्वरूप है। इसी व्यवस्था के कारण सम्पूर्ण विश्व में हमारे प्रजातंत्र की एक विशेष पहचान है लेकिन विगत कुछ समय से बाबा साहब की भावनाओं को आहत करते हुए भारत की संघीय व्यवस्था पर निरन्तर प्रहार किया जा रहा है।'

 

उन्होंने लिखा है कि, 'जिन प्रान्तों में केन्द्र सरकार से प्रतिपक्षीय सरकारें हैं उन्हें अनैतिक तरीके से गिराया जा रहा है। यह सोचकर भी दिल दहल जाता है कि जब एक ओर पूरा मानव समाज अपने अस्तित्व की लड़ाई कोरोना महामारी से लड़ रहा था तब दूसरी ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता मध्य प्रदेश के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सहित कई मंत्रियों और विधायको को लेकर प्रदेश की सरकार गिराने के लिए बैंगलोर चले गए और नागरिकों को महामारी की आग में झोंक दिया।' उन्होंने कहा है कि जन चर्चा यह भी है कि मध्यप्रदेश के कई मौकापरास्त, मतलबी, लोभी और प्रलोभी नेताओं ने कांग्रेस की सरकार गिराने तक देश में लॉकडाउन को 24 मार्च के पहले लागू नहीं होने दिया। 

कमलनाथ ने पीएम मोदी से संबंधित नेताओं के खिलाफ करवाई करने की मांग की है ताकि वैश्विक पटल पर भारत की स्थापित लोकतांत्रिक निष्पक्षता, पारदर्शिता और परिपक्वता की पहचान को बरकरार रखा जा सके।