इंदौर: दुबई टूर के नाम पर 166 यात्रियों के साथ ठगी, एडवांस लेने के बाद एजेंट हुआ फरार

पीड़ितों ने जब एजेंट के बेटे को कॉल किया तो जवाब मिला कि पिता परेशान हैं, ज्यादा दबाव डाला ताे वे आत्महत्या कर लेंगे। जब पीड़ितों को लगा कि यह सब कुछ नौटंकी है तो केस दर्ज करा दिया है।

Updated: Jan 30, 2024, 09:30 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में तीन शहरों से दुबई टूर कराने के नाम पर 80 लाख रुपए से ज्यादा के धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां आरोपी टूर कंपनी संचालक 166 यात्रियों के साथ ठगी की गई। एडवांस लेने के बाद से आरोपी फरार है।

दुबई टूर का पूरा सौदा दो एजेंट्स आरोपी महेंद्र सिंह मंड और फरियादी राजीव जैन के बीच का है। बड़े एजेंट महेंद्र सिंह ने कहा था कि दुबई के लिए प्रति व्यक्ति ट्रिप 80 हजार रु. की रहेगी। इसमें वीजा, आने-जाने का टिकट, रहना, खाना और घूमना शामिल रहेगा। बुकिंग के लिए 38 हजार प्रति व्यक्ति एडवांस देना तय हुआ था। लगभग 165-166 यात्रियों ने राजीव जैन के जरिए बुकिंग कराई।

रेट तय होने के बाद दुबई के लिए राजीव जैन ने कुल चार ट्रिप बुक की। इंदौर से 1, उदयपुर से 1 और अहमदाबाद से 2 ट्रिप शामिल थीं। 5-12 दिसंबर को इंदौर से 110 लोगों की, दूसरी 6-13 को अहमदाबाद से 14 और 7-14 को फिर अहमदाबाद से 20 लोगों की, और आखिरी चौथी ट्रिप उदयपुर से 30 लोगों की तय हुई। लगभग सभी यात्रियों ने 38 हजार के हिसाब से एडवांस दिया।

ट्रिप ले जाने की जब बारी आई तो महेंद्र मंड एजेंसी ने बुकिंग एजेंट जैन को बताया कि दुबई एम्बैसी बंद है इसलिए वीजा नहीं मिल रहा है। विवाद के बाद आरोपी महेंद्र मंड ने फरियादी जैन को कहा कि आखिरी रास्ता यह है कि आप एक महीने के बाद नई ट्रिप प्लान करो। 54 यात्रियों के वीजा तो आखिरकार मिल गए लेकिन आने-जाने के हिसाब से 54 लोगों के 108 टिकट पूरे नहीं दिए गए थे। 54 लोगों के बदले आने-जाने के सिर्फ 64 टिकट एजेंसी ने अंतत: उपलब्ध कराए। फरियादी जैन का कहना है कि लाज बचाने के लिए ऐनवक्त पर वापसी के 44 टिकिट अपने खर्च पर बनवाए। दुबई पहुंचे सभी 54 यात्रियों के सामने तब नया संकट खड़ा हो गया जब उनके नाम से होटल बुक ही नहीं थी।

जब इस फ्रॉड के मामले में दुबई से आरोपी महेंद्र को फोन किया तो फोन बंद था। बाद में बेटे ने फोन उठाया तो कहा कि पिता डिप्रेशन में है। आत्महत्या कर सकते हैं। राजीव जैन ने बताया कि उन्होंने दुबई से 9 जनवरी 2024 को महेन्द्र मंड को कॉल किया। तब बेटे शैबी ने कॉल रिसीव किया और कहा कि उनके पिता ने सुसाइड अटेम्प्ट किया है। उन्होंने जहर खा लिया है। बहरहाल, जैन ने अन्नपूर्णा थाने में महेन्द्र मंड के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। फिलहाल आरोपी फरार है वहीं पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।