MP में काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं जूनियर डॉक्टर्स, स्टाइपेंड में वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर जाने की तैयारी

जूनियर डॉक्टर्स की मांग है कि उनकी मासिक स्टाइपेंड 1 लाख प्रति माह किया जाए व सालाना वेतन वृद्धि का रुका काम पूरा हो।

Updated: Mar 11, 2024, 10:57 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है। प्रदेशभर के जूनियर डॉक्टर्स अपनी मांग को लेकर हड़ताल की राह पर हैं। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मासिक स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग की है। इसे लेकर जूनियर डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। वहीं, 11 मार्च यानी आज उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो वे हड़ताल पर जाने संबंधी फैसला ले सकते हैं।

जूनियर डॉक्टर्स के अनुसार राज्य शासन ने 7 जून 2021 को जूनियर डॉक्टरों के मासिक स्टाइपेंड में वृद्धि की थी। साथ ही, प्रत्येक वर्ष अप्रैल माह में उस वर्ष के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के अनुसार वार्षिक वृद्धि का भी प्रावधान था। परंतु, अप्रैल 2022 के स्थान पर वृद्धि नवंबर 2022 में हुई। नवंबर 2022 के बाद अप्रैल 2023 में कोई वृद्धि नहीं हुई और अभी तक काम अटका हुआ है।

जूनियर डॉक्टर के प्रवक्ता डॉक्टर कुलदीप गुप्ता ने बताया कि जूडा अपनी मांगों को लेकर मंत्री जी के OSD से मिली थी, वहां से आश्वासन मिला है, मगर यह मांगे नहीं मानी जाती हैं तो हम आगे की रणनीति भी तैयार कर रहे हैं। प्रदेश भर में करीब 1500 से अधिक जूनियर डॉक्टर्स हैं। वहीं, भोपाल के हमीदिया अस्पताल 250 से अधिक जूनियर डॉक्टर्स कार्यरत हैं।

जूनियर डॉक्टर्स की मांग

* मासिक स्टाइपेंड 1 लाख प्रति माह हो व सालाना वेतन वृद्धि का रुका काम पूरा हो।
* मध्यप्रदेश के सभी जूनियर डॉक्टरों को 5 साल का स्वास्थ्य बीमा मिले।
* मध्य प्रदेश में चिकित्सा से शिक्षा की फीस बाकी राज्यों की तरह ही 10 से 15 हजार की जाए व यूनिवर्सिटी की फीस कम हो।
* मध्य प्रदेश से रूरल सर्विस बॉन्ड को खत्म किया जाए, वहीं अगर कोई चिकित्सक रूरल सर्विस पर जाता है तो उसको अतिरिक्त पचास हजार रुपए देने की मांग की है।