गले में रस्सी डालकर हटाई माधवराव सिंधिया की प्रतिमा, कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चार इंजीनियर्स सस्पेंड

कटनी से एक वीडियो सामने आया है जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिवंगत नेता माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को गले में रस्सी बांधकर हटाया जा रहा है।

Updated: Nov 17, 2024, 05:33 PM IST

कटनी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दिवंगत नेता और केंद्रीय मंत्री रहे माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को आपत्तिजनक तरीके से हटाने का मामला सामने आया है। कटनी में गले में रस्सी डालकर माधवराव सिंधिया की प्रतिमा हटाई गई। इसका वीडियो सामने आने पर सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने इसकी तीखी आलोचना की है। विवाद गहराता देख सीएम मोहन यादव ने चार इंजीनियर्स को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं।

दरअसल, कटनी से एक वीडियो सामने आया है। जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिवंगत नेता माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को गले में रस्सी बांधकर हटाया जा रहा है। मामला कटनी जिले में नेशनल हाईवे-30 पर कटनी बायपास मार्ग का है। यहां कांग्रेस नेता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की प्रतिमा स्थापित थी। 

जानकारी के मुताबिक नेशनल हाईवे पर पुल बनाने समेत रोड निर्माण का कार्य हो रहा है। इस वजह से यहां चौराहे पर लगी माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना था। लेकिन शिफ्टिंग के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। प्रतिमा को अपमानजनक तरीके से उतारा गया। शुक्रवार प्रतिमा हटाई गई। जिसका वीडियो शनिवार को सामने आया।

वीडियो में दिख रहा है कि माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को पोकलेन मशीन के जरिए हटाया जा रहा है। दो कर्मचारी प्रतिमा पर चढ़ते हैं। वे एक रस्सी को कसकर प्रतिमा के गले में बांधते हैं और फिर उस रस्सी को पोकलेन मशीन के पंजे में बांध देते हैं। रस्सी बांध के बाद मशीन से उसे लिफ्ट किया जाता है और फिर उसे नीचे रख दिया जाता है।

इसे लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को टैग करते हुए ट्वीट किया, 'देख लीजिए, आपकी पार्टी हमारे नेता का किस तरह अपमान कर रही है। कांग्रेस अपने नेता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा सरकार में महापुरुषों की प्रतिमाओं के अपमान की परिपाटी चल पड़ी है। विजयपुर में बाबा साहब की प्रतिमा का अपमान और अब कटनी में श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी की प्रतिमा का अपमान। सिंधिया जी, उम्मीद है आपको याद होगा कि.. उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है, जो जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है।'

वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता स्वर्गीय श्री माधव राव सिंधिया जी की प्रतिमा का भाजपा सरकार द्वारा यूँ इस तरह अपमान कतई स्वीकार्य नहीं हो सकता। इस गफ़लत की ज़िम्मेदारी तय होनी चाहिए।

बहरहाल, मामला तूल पकड़ने के बाद सीएम मोहन यादव के निर्देश पर प्रशासन ने निर्माण कार्य एजेंसी के सीनियर इंजीनियर मनोज वर्मा, इंजीनियर आशीष सिंह परिहार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अभियंता राजेश कुमार नेमा और सहायक ब्रिज इंजीनियर दीपक सोनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही प्राधिकरण के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।