मध्य प्रदेश फिर बना टाइगर स्टेट, 785 हुई बाघों की संख्या, 563 बाघों के साथ कर्नाटक दूसरे स्थान पर

पिछली बार साल 2018 में जब बाघों की गणना हुई थी, तब मध्य प्रदेश प्रदेश में टाइगर की संख्या 526 थी। इस साल तक 259 टाइगर बढ़े हैं।

Updated: Jul 29, 2023, 04:12 PM IST

भोपाल। राष्ट्रीय बाघ सरंक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने राज्यवार बाघों के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इस बार भी मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का तमगा मिला है। मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या बढ़कर 785 हो गई है। देश में यह सर्वाधिक है। MP के बाद दूसरा स्थान कर्नाटक का है। यहां कुल 563 बाघ हैं। वहीं, 560 बाघों के साथ उत्तराखंड तीसरे स्थान पर है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, 'अत्यंत गर्व और हर्ष की बात है कि विगत चार वर्षों में मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है। सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। यह गौरवपूर्ण उपलब्धि वन विभाग के कर्मठ साथियों, वन्य जीव प्रेमियों और नागरिकों के योगदान से मिली है। मैं आप सबके सहयोग के लिए हृदय से आभार प्रकट करता हूँ। आइये, हम सब मिलकर 'अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस' पर भावी पीढ़ियों के लिए प्रकृति संरक्षण का पुनः संकल्प लें।'

मध्य प्रदेश तीसरी बार टाइगर स्टेट बना है। यह पहला मौका है, जब लगातार दूसरी बार मध्यप्रदेश ने यह उपलब्धि हासिल की है। सबसे पहले 2006 में हुई पहली गणना में मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट घोषित किया गया था। इसके बाद 2018 और अब 2022 में MP नंबर वन रहा। पिछली बार साल 2018 जब बाघों की गणना हुई थी, तब प्रदेश में टाइगर की संख्या 526 थी। इस साल तक 259 टाइगर बढ़े हैं।