MP: प्रताड़ना से तंग आकर 9वीं की आदिवासी छात्रा ने हॉस्टल में की खुदकुशी, तीन दिन से नहीं खाया था खाना

श्योपुर के बालिका छात्रावास में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 9वीं कक्षा की छात्रा ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उसके साथ पढ़ने वाली छात्राओं का कहना है कि पुलिस उसे कई दिनों से टॉर्चर कर रही थी।

Updated: Sep 13, 2023, 10:11 AM IST

श्योपुर। मध्य प्रदेश में आदिवासियों के साथ अत्याचार के मामले नहीं थम रहे हैं। श्योपुर में प्रताड़ना से तंग आकर 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक आदिवासी छात्रा ने खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि हॉस्टल के वार्डन और पुलिस उसे महीनों से प्रताड़ित कर रही थी। मामला सामने आने के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। सिंह ने कहा कि प्रदेश में निरंतर आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं। प्रशासन को सख़्ती से कार्रवाई करना चाहिए।

छात्रा लक्ष्मी भील (15) पिता दिनेश भील जिले के कराहल इलाके के डूंडीखेडा गांव की रहने वाली थी। वह एक्सीलेंस गर्ल्स हॉस्टल में रह रही थी। जहां उसने रविवार-सोमवार की दरमियानी रात दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। आरोप है कि हॉस्टल वॉर्डन और अन्य स्टाफ लक्ष्मी को गालियां देकर टॉर्चर कर रहे थे। उसे हॉस्टल के बाहर नहीं निकलने दे रहे थे। यहां तक की परिजनों से भी मिलने नहीं दे रहे थे।

लक्ष्मी के साथ रहने वाली छात्रा प्रियंका ने बताया कि लक्ष्मी ने पिछले तीन दिनों से खाना भी नहीं खाया था। रात में उसने बड़ी मुश्किल से एक रोटी खाई थी। सुबह जब 4 बजे नींद खुली तो वह फंदे पर लटकी हुई दिखी, जिसकी सूचना तुरंत वार्डन को दी। लक्ष्मी को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था।

प्रियंका ने बताया कि उनके साथ एक और छात्रा रहती थी, जो अगस्त के महीने में हॉस्टल से घर जाने की बात कह कर किसी लड़के के साथ भाग गई। इसके बाद से कोतवाली पुलिस लक्ष्मी को पूछताछ के नाम पर टॉर्चर कर रही थी। पुलिस लक्ष्मी को जेल भेजने की धमकी दे रही थी। हॉस्टल की वार्डन और सहायक वार्डन भी उसे गालियां देकर टॉर्चर कर रही थी। उसे हॉस्टल से बाहर नहीं आने दिया जा रहा था, जिससे वो किसी को अपनी परेशान बता नहीं पा रही थी। उसने यह कदम पुलिस और अधीक्षक की प्रताड़ना से तंग आकर उठाया होगा

मामले में श्योपुर एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता का कहना है अगस्त महीने में मृतक छात्रा के साथ रहने वाली एक लड़की हॉस्टल से घर जाने की बात कह कर कहीं चली गई है। इस संबंध में पुलिस ने पूछताछ की थी। टॉर्चर करने वाली कोई बात नहीं है। मृतक के परिवार वालों का आरोप है पुलिस को आरोपी और उसके परिवार का पता ठिकाना भी बता दिया था, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने की बजाय उनकी बेटी को लगातार परेशान कर रही थी।