महाकाल के गर्भ गृह में झुलसे सेवक की मौत, मुंबई में तोड़ा दम

धुलेंडी के दिन लगी थी गर्भ गृह में आग, हादसे में 14 लोग झुलस गए थे

Updated: Apr 10, 2024, 10:02 AM IST

Photo Source  : Patrika
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उज्जैन। उज्जैन के महाकाल मंदिर में लगी आग से झुलसे एक सेवक की मौत हो गई है। 80 वर्षीय सत्यनारायण सोनी ने बुधवार सुबह को मुंबई के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। सत्यनारायण गंभीर रूप से झुलस गए थे। दुर्घटना के बाद 16 दिनों तक उन्होंने जीवन और मौत के बीच संघर्ष किया लेकिन अंत में वह जिंदगी की जंग हार गए। 

मृतक सत्यनारायण हादसे में बुरी तरह से झुलस गए थे। इसलिए उनका इलाज उज्जैन के बजाय इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में चल रहा था। फिर वहां से उन्हें इलाज के लिए मुंबई ले जाया गया था। 

उज्जैन के महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में 25 मार्च की सुबह करीब छह बजे भस्म आरती के दौरान आग लग गई थी। इस हादसे में कुल 14 लोग झुलस गए। घायल हुए लोगों में से पांच लोगों का इलाज उज्जैन में ही चला था, जबकि नौ लोगों को इंदौर रेफर किया गया था। 

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इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में अभी भी तीन लोगों का इलाज चल रहा है। भर्ती लोगों में पुजारी संजय शर्मा, पुत्र मनोज शर्मा और सेवक चिंतामण भर्ती हैं। 

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गर्भ गृह में हुए हादसे में घायल हुए कुल 14 लोगों में से चार पुजारी थे, जबकि आठ सेवक और दो कर्मचारी थे। उज्जैन कलेक्टर ने इस मामले के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। मामले की जांच के दौरान यह सामने आया था कि केमिकल वाले गुलाल की वजह से आग भड़की थी और यही महाकाल मंदिर में हुए हादसे का प्रमुख कारण बना।