किन नालायकों को खड़ा कर दिया, सिक्योरिटी जांच के लिए रोके जाने पर मंत्री भार्गव ने पुलिसकर्मियों से की बदतमीजी

ग्वालियर में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आए PWD मंत्री गोपाल भार्गव को सुरक्षाकर्मियों ने जांच के लिए गेट पर रोका तो वे आग बबूला हो गए।

Updated: Aug 20, 2023, 06:47 PM IST

ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रविवार को भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे PWD मंत्री गोपाल भार्गव को सुरक्षाकर्मियों ने जांच के लिए गेट पर रोका तो वे आग बबूला हो गए। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ पुलिसकर्मियों के साथ बदतमीजी की बल्कि सीएम को फोन करने का धौंस भी दिखाया।

ग्वालियर में रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत कई बड़े नेता पहुंचे। चूंकि, बैठक में गृहमंत्री शाह को शामिल होना था इसलिए सिक्योरिटी टाइट थी और चेकिंग के बाद ही लोगों को अंदर जाने दिया जा रहा था। 

PWD मंत्री गोपाल भार्गव गृहमंत्री के ग्वालियर पहुंचने से पहले जीवाजी यूनिवर्सिटी के सभागार में आयोजित बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। वे गेट नंबर दो से प्रवेश कर रहे थे। इसी दौरान वहां खड़े सुरक्षाकर्मियाें ने उन्हें सिक्योरिटी जांच के लिए रोक लिया। इस बात पर गोपाल भार्गव आग बबूला हो गए। मंत्री भार्गव ने सुरक्षाकर्मियों पर चिल्लाते हुए कहा कि मैं अभी मुख्यमंत्री से बात करता हूं। यह क्या मजाक बना रखा है। यह कहते हुए वे बाहर निकल गए।

मंत्री भार्गव का गुस्सा देख सुरक्षाकर्मियों ने हाथ जोड़कर माफी मांगी। इस दौरान पुलिस के बड़े अधिकारी भी पहुंच गए, लेकिन मंत्री भार्गव का गुस्सा शांत नहीं हुआ। वह बाहर की ओर जाने लगे। मंत्री को गुस्से में देख मौजूद पुलिस अफसर भी हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए उनके पीछे-पीछे दौड़ पड़े। इसके बाद मंत्री भार्गव अधिकारियों पर चिल्लाते हुए कहा कि इन्हें क्या सिखा-पढ़ा दिया है आपने। किन नालायकों को लगा दिया। पहले तलाशी लेंगे? क्या है ये?

मामले में कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा में अवसरवादी और व्यवसायी नेता किस कदर हावी होते जा रहे हैं, इसका उदाहरण ग्वालियर में दिखा है। जिस तरह सीनियर मंत्री गोपाल भार्गव के साथ पुलिस ने बदतमीजी की है, वह पीड़ादायक है, क्योंकि वे सम्मानित नेता हैं। आशंका है कि उनका अपमान सिंधिया समर्थकों ने जानबूझकर पुलिस के माध्यम से करवाया है। यदि ऐसा है, तो उन कार्यकर्ताओं के लिए बड़ा आघात है, जो समर्पण से पार्टी के लिए काम करते हैं।