केंद्रीय मंत्री के भतीजे ने शिवराज सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- पूरा सिस्टम फेल हो चुका

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह के भतीजे मोनू पटेल ने मध्यप्रदेश सरकार को उनकी नाकामियों को लेकर घेरा, मोनू के पिता व बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल भी हैं कोरोना संक्रमित

Updated: May 01, 2021, 08:38 AM IST

भोपाल। कोरोना संकट काल में मध्यप्रदेश सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्षी दलों के बाद अब खुद बीजेपी के लोगों ने ही शिवराज सरकार की नाकामियों को लेकर सीएम को घेरना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के भतीजे व बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल के बेटे मोनू पटेल ने सीएम शिवराज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मोनू ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में सिस्टम फेल हो चुका है।

मोदी कैबिनेट में मंत्री प्रह्लाद पटेल के भतीजे ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'सत्य है लेकिन कड़वा है। मुझे भी लगने लगा है कि गरीब और मिडिल क्लास में पैदा होना पाप हो गया है। इस पूरे सिस्टम ने मेरी आंखों से आंसू निकाल दिए है, हर दिन जब मैं सोशल साइट पर जाता हूं तो यही देखता हूं कि किसी की मां, किसी का बच्चा, किसी का पति अब इस दुनिया में नहीं रहा। पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन की किल्लत है, लोग ऑक्सीजन के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं, रेमडेसीवीर इंजेक्शन भी अब कालाबाजारी की भेंट चढ़ चुका है। गरीब भला कैसे इस हजार रुपए के इंजेक्शन को ₹50000 में खरीद रहा है यह तो वही जान सकता है।' 

जनता के पास आंसुओं के अलावा कुछ नहीं

मोनू पटेल ने आगे लिखा, 'ऑक्सीजन की किल्लत इतनी है कि लोग अपनों को नहीं बचा पा रहे हैं, लेकिन मेरा सिस्टम कह रहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। नेताओं से यही कहना है कि एक बार ग्राउंड पर आओ। लोग काल के गाल में समा रहे हैं, चारों तरफ से सुनने को मिलता है कि यह नहीं रहे, वह नहीं रहे। जनता के पास आंसुओं के अलावा कुछ नहीं है। मुझे तरस आने लगी है मेरे सिस्टम पर। ऐसा कब तक चलेगा? सरकारी आंकड़ों में तो कहा जाता है कि 2-4 लोग हर दिन मर रहे हैं लेकिन नेताओं को एक बार शमशान घाटों के चक्कर लगाकर देखना चाहिए। रूह कांप जाएगी क्योंकि मरने वालों की संख्या हजारों में है।'

हम हिंदू-मुस्लिम करते रहे

मोनू ने कहा है कि यदि हम समय रहते हिंदू-मुस्लिम करने की जगह अस्पतालों पर ध्यान देते तो आज यह स्थिति उत्पन्न ही नहीं होती। पटेल लिखते हैं, 'आज चारों तरफ चीख-पुकार ही सुनाई दे रही हैं। आज हमने इस सिस्टम को नहीं सुधारा तो आने वाला समय और भी भयावह है। लोग हमेशा से हिंदू-मुस्लिम करने में लगे रहे। सच्चाई यह है कि हम हिंदू मुस्लिम यदि न करते और स्वास्थ्य के लिए सोच लेते तो यह दौर देखना नहीं पड़ता। आज मरने वालों में हिंदू-मुसलमान सभी हैं। सभी का खून लाल है। सभी इस कोरोना की चपेट से ही मारे जा रहे हैं।'

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केंद्रीय मंत्री के भतीजे ने आगे लिखा, 'मुझे इस सिस्टम से अब घबराहट होने लगी है। चारों तरफ सिर्फ चीख-पुकार ही सुनाई देती है। लेकिन क्या करें हमारे नेता तो सिर्फ बड़े-बड़े बंगलों और एसी में बैठ कर बड़ी-बड़ी बातें कर देते हैं और कहते हैं मेरा मध्यप्रदेश महान। लेकिन सिस्टम आपका एक डायलॉग हमें आज भी याद आता है कि एमपी अजब है, सबसे गजब है। यह भी देखने को मिलने लगा कि असल में यहां कोरोना से मरने वालों की संख्या सरकारी रिकॉर्ड में दिखाए जा रहे आंकड़ों से कहीं ज़्यादा है। जनता का क्या होगा जिसने आप को चुनकर बैठाया है?' गौरतलब है कि मोनू के विधायक पिता जालम सिंह पटेल खुद भी कोरोना संक्रमित हैं।