MP Elections 2023: पहली सूची से ही पूर्ण बहुमत का दावा, आत्मविश्वास से लबरेज है MP कांग्रेस

Congress Candidates List: 144 प्रत्याशियों की सूची में कमलनाथ सहित ज्यादातर वरिष्ठ नेता शामिल, 50 वर्ष से कम उम्र के 65 प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस ने युवाओं को दिया मौका

Updated: Oct 15, 2023, 06:51 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की सूची की प्रतीक्षा लंबे समय से की जा रही थी। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पहले ही संकेत दिए थे कि कांग्रेस पार्टी की सूची श्राद्ध पक्ष के बाद आएगी। आज शारदीय नवरात्रि के पहले दिन सुबह-सुबह कांग्रेस पार्टी ने अपनी सूची जारी कर सबको चौंका दिया। सूची जारी होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता आत्मविश्वास से लबरेज हैं। पार्टी ने तो यहां तक दावा किया है कि पहली सूची से ही पूर्ण बहुमत की सरकार बन रही है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, 'बीजेपी के नाउम्मीदवारों पर, कांग्रेस के उम्मीदवारों की जीत तय है। पहली सूची से ही पूर्ण बहुमत की सरकार बन रही है। दूसरी सूचियाँ बीजेपी की पराजय के अन्तर को बढ़ाने का काम करेंगी। कर्नाटक में धोया है, मध्यप्रदेश में निचोड़ेंगे, लोकतंत्र के ग़द्दारों को, हम हर्गिज नहीं छोड़ेंगे।'

कांग्रेस की पहली सूची में प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित तमाम दिग्गजों के नाम शामिल हैं। कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह लहार से और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया चुरहट से चुनावी मैदान में है। पार्टी ने बिना कोई संकोच किये पहले ही सूची में प्रदेश के सभी प्रमुख नेताओं को टिकट दे दिए हैं। इनमें बाला बच्चन, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, तरुण भनोट, लक्ष्मण सिंह, जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, विक्रांत भूरिया आदि के नाम शामिल हैं।

कांग्रेस के 144 घोषित प्रत्याशियों में से ओबीसी वर्ग के 39 प्रत्याशी, अनुसूचित जाति के 22 प्रत्याशी और आदिवासी वर्ग के 30 प्रत्याशी शामिल हैं।अल्पसंख्यक वर्ग के भी 6 प्रत्याशी (5 जैन एक मुस्लिम) शामिल हैं। पार्टी ने 19 महिलाओं को टिकट दिया है। 144 में से 65 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है।

अगर कांग्रेस की पहली सूची की तुलना भारतीय जनता पार्टी से करें तो भाजपा ने अपनी पहली सूची में 39 नाम जारी किए थे और वह टिकट भी हारी हुई सीटों के लिए जारी किए गए थे। भाजपा की पहली सूची ने यह स्पष्ट कर दिया था कि 18 साल से सत्ता में होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी काफी डिफेंसिव मोड़ में चुनाव लड़ने की स्थिति में है। जबकि कांग्रेस ने पहली सूची से ही आक्रामक रुख स्पष्ट कर दिया है।

भाजपा ने अब तक चार सूचियां जारी की हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा उनके कैबिनेट मंत्रियों के टिकट चौथी सूची में जाकर जारी किए थे वह भी पितृपक्ष में। जबकि कांग्रेस पार्टी ने पहले ही सूची में नवरात्रि के शुभ दिनों में मुख्यमंत्री फेस कमलनाथ और पिछली सरकार में मंत्री रहे नेताओं के टिकट जारी कर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी आक्रामक मुद्रा में है और विनिंग पोश्चर के साथ चुनाव में उतर रही है।

भाजपा नेताओं द्वारा पिछले 6 महीने से इस तरह के अफवाह फैलाए जा रहे थे की कमलनाथ विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि, कांग्रेस की पहली सूची ने ही भारतीय जनता पार्टी की उस प्रोपेगेंडा को ध्वस्त कर दिया है। भाजपा ने अपनी दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री और सांसदों को मैदान में उतारकर कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी लेकिन कांग्रेस ने भी दिग्गजों के समक्ष चुनिंदा उम्मीदवार उतारे हैं। कांग्रेस ने सीएम शिवराज के विरुद्ध "रामायण सीरियल के हनुमान" विक्रम मस्ताल, कैलाश विजयवर्गीय के विरुद्ध संजय शुक्ला, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के सामने पूर्व मंत्री तरुण भनोट को मैदान में उतारा है।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने जनता की इच्छा के आधार पर यानी सर्वेक्षण के आधार पर ही 144 प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं। इन प्रत्याशियों के नाम पर न सिर्फ सर्वे की मुहर है बल्कि प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय नेताओं की आम राय भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक अगले तीन-चार दिन में कांग्रेस पार्टी की दूसरी सूची भी आ जाएगी। बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 150 से अधिक सीट प्राप्त होगी। कांग्रेस का टिकट वितरण इस दिशा में बढ़ाया गया पहला कदम माना जा रहा है।