खंडवा में संविधान विरोधी बैनर लगाए जाने पर बोले दिग्विजय सिंह, संविधान बदलने की फिराक में बीजेपी

महाशिवरात्रि के दिन मध्य प्रदेश के खंडवा में भगवा बैनर पर लिखा, न भावनाओं से, न संविधान से, देश चलेगा तो सिर्फ गीता-पुराण से

Updated: Mar 14, 2021, 10:02 AM IST

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा में संविधान विरोधी बैनर लगाए जाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले में बीजेपी की सोच पर सवाल खड़े किए हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर 2024 में बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में आ गई तो वो देश का संविधान बदल देंगे। उन्होंने कहा, आज हमें मुद्दों पर लड़ना होगा, वरना सत्तारूढ़ सरकार लोकतंत्र को खत्म कर देगी।

दरअसल, महाशिवरात्रि के मौके पर मध्य प्रदेश के खंडवा में संविधान विरोधी बैनर लगाए जाने का मामला सामने आया है। संविधान की मूल भावना को ठेस पहुंचाने वाले ये बैनर भगवा कपड़ों से बने थे और उन पर लिखा था, 'न भावनाओं से ना संविधान से देश चलेगा तो सिर्फ गीता पुराण से।' इस तरह के विवादास्पद बैनर्स शहर भर में लगाए गए। 

विवादास्पद बैनर्स की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने रोष जाहिर करते हुए इसे लगाने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने ट्विटर पर लिखा, 'संविधान का अपमान, देश का अपमान है। मध्य प्रदेश के खंडवा में सड़कों पर सरेआम संविधान विरोधी पोस्टर लगाए गए हैं। ये देशद्रोह है। इसमें शामिल सभी देशद्रोहियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।' 

भारत एकता मिशन मध्य प्रदेश के प्रदेश प्रभारी सुनील अस्तेय ने ट्वीट किया, 'भारत देश चलेगा तो सिर्फ संविधान से, लेकिन मध्य प्रदेश के खंडवा में संविधान की मूल भावना को ठेस पहुंचाने और माहौल खराब करने का काम किया गया है। इसमें संलिप्त तमाम लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। संविधान विरोधी कभी देश हितैषी नहीं हो सकता, संविधान बचाने वाले इस घटना पर चुप क्यों हैं?' 

मामले पर बवाल बढ़ता देख प्रशासन ने सभी बैनर्स को हटा दिया है। साथ ही द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर खंडवा के पद्म नगर थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि महाशिवरात्रि के मौके पर बारात निकालने वाले आयोजकों के खिलाफ धारा 188 और 505(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।