इंदौर में आज से टूटेंगे रिवर साइड रोड निर्माण के बीच आ रहे मकान

पहले वे मकान तोड़े जाएंगे जिनमें रहने वाले परिवार दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं, हालांकि उनमें बहुत से परिवारों को वादे के मुताबिक़ नए फ़्लैट नहीं मिले हैं, जिससे वे ट्रांज़िट हाउस में रहने को मजबूर हैं

Updated: Dec 05, 2020, 07:54 PM IST

Photo Courtesy: Nai Dunia
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इंदौर। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जवाहर मार्ग से चंद्रभागा होते हुए पागनीसपागा के बीच रिवर साइड रोड बनाने के काम में नगर निगम ने तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। नगर निगम शनिवार यानि आज से ही रोड की जद में आने वाले मकानों को तोड़ने का काम शुरू कर रहा है। पहले उन मकानों को तोड़ा जाएगा जिन्हें खाली कर लोग दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। 

जानकारी के मुताबिक, अब 75 परिवार आवंटित फ्लैटों या निगम द्वारा दिए गए ट्रांजिट हाउस में शिफ्ट हो गए हैं। बता दें कि प्रभावित परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लिंबोदी और सिलिकॉन सिटी में बने फ्लैट दिए गए हैं। साउथ तोड़ा के 120 लोगों ने फ्लैट लेने के लिए 25.80 लाख रुपये नगर निगम के खाते में जमा कर दिए हैं। इनमें से 20 लोगों ने मार्जिन मनी के रूप में कुल चार लाख रुपये की राशि जमा कराई है। नगर निगम तो उम्मीद है कि 5 दिसंबर तक सभी लोग मार्जिन राशि जमा करा देंगे।

बता दें कि 800 मीटर लंबी यह रोड जवाहर मार्ग के नए पुल से चंद्रभागा होते हुए पागनीसपागा तक बनना है। 24 मीटर चौड़ी सड़क बनाने के लिए जवाहर मार्ग के नए पुल से चंद्रभागा के बीच लगभग 200 से ज्यादा मकानों को हटाया जाना है और वहां रह रहे 282 परिवारों को फ्लैट दिए जाएंगे। परिवारों की शिफ्टिंग शुरू हो गई है और जैसे-जैसे नदी किनारे बने मकान खाली होंगे, उन्हें तोड़ने का सिलसिला भी शुरू होगा।

ट्रांजिट हाउस में शिफ्ट किए गए लोगों को हो रही परेशानी

प्रभावित परिवारों को रखने के लिए सिलिकॉन सिटी और लिंबोदी में प्रधानमंत्री आवास योजना के फ्लैट तैयार किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक उनका काम पूरा नहीं हुआ है। वहां शिफ्ट किए गए लोगों को फिलहाल ट्रांजिट हाउस में रखा गया है। ट्रांजिट हाउस में रहने की सुविधा नहीं है। ठंड में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से कुछ लोग निगम अफसरों से मांग कर रहे हैं कि उन्हें जल्द से जल्द फ्लैटों में जगह दी जाए।