भ्रष्टाचार के आरोपी को सहायक आयुक्त बनाने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद, दिग्विजय सिंह ने सीएम चौहान को लिखा पत्र

बृजकांत शुक्ला को प्रभारी सहायक आयुक्त के रूप में पदस्थ करने के फैसले का पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने किया विरोध, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह ने शुक्ला को पद से हटाने की मांग की।

Updated: Jun 03, 2023, 01:48 PM IST

भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल रखा है। इसी क्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बृजकांत शुक्ला को प्रभारी सहायक आयुक्त धार बनाए जाने का विरोध किया है। सिंह ने सीएम चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी को सहायक आयुक्त जैसे पद पर पदस्थ करने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद होते हैं।

सीएम चौहान को संबोधित पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि, "मेरे खंडवा जिले के दौरे पर स्थानीय लोगों ने जनजातीय कार्य विभाग द्वारा सहायक आयुक्त/जिला संयोजक/क्षेत्र संयोजक के स्थानांतरण पद की वरिष्ठता को नजर अंदाज कर अनियमितता किये जाने की शिकायत की है। स्थानीय रहवासियों ने बताया है कि वरिष्ठ आयुक्त एवं सहायक आयुक्त होने के पश्चात भी विभाग द्वारा क्षेत्र संयोजक प्राचार्य एवं मंडल संयोजकों को सहायक आयुक्त एवं प्रभारी संभाग आयुक्त का प्रभार दिया गया है।"

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सिंह ने आगे लिखा है कि, "जनजातीय कार्य विभाग के आदेश में प्राचार्य पद पर कार्यरत बृजकांत शुक्ला को प्रभारी सहायक आयुक्त धार पदस्थ किया है। जबकि श्री शुक्ला के विरूद्ध पूर्व पदस्थापना के दौरान लाखों रूपये की वित्तीय अनियमितताएं और भ्रष्टाचार के प्रकरण चल रहे है। लोकायुक्त की जांच में दोषी पाये गये है और 38 दिन जेल में भी रहे है। इस तरह की पदस्थापना से आपके द्वारा भ्रष्टाचार के विरूद्ध सख्ती बरते जाने को लोग गंभीरता से नही लेते हैं।"

सिंह ने सीएम चौहान को निशाने पर लेते हुए लिखा, "भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी को सहायक आयुक्त जैसे पद पर पदस्थ करने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद होते हैं। इससे सरकार की मंशा पर भी प्रश्न चिन्ह लगते हैं और ईमानदार अधिकारी हतोत्साहित होते हैं।" पूर्व सीएम ने सीएम चौहान से मांग की है कि भ्रष्ट अधिकारियों को प्रमुख पदों से हटाये जाने के लिये नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई हेतु संबंधित को समुचित निर्देश प्रदान करने का कष्ट करें।