लाइसेंस सस्पेंड होने से 5 फीसदी टूटा सोम डिस्टलरी का शेयर, चाइल्‍ड लेबर मामले में कल हुई थी कार्रवाई

रायसेन जिले में स्थित शराब फैक्ट्री सोम डिस्टलरी को प्रशासन ने बुधवार को सील कर दिया है। साथ ही फैक्ट्री का लाइसेंस 20 दिन के लिए निलंबित कर दिया है।

Updated: Jun 20, 2024, 11:47 AM IST

रायसेन। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित शराब फैक्ट्री सोम डिस्टलरी को प्रशासन ने बुधवार को सील कर दिया है। साथ ही फैक्ट्री का लाइसेंस 20 दिन के लिए निलंबित कर दिया है। इस कार्रवाई का असर सोम डिस्टलरी के शेयरों पर भी देखने को मिल रहा है। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर में 5 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। 

चाइल्ड लेबर का मामला सामने आने के बाद से कंपनी के शेयरों में 16 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। दरअसल, 15 जून को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम ने यहां छापा मारकर 59 बच्चों का रेस्क्यू किया था। जिसके बाद आबकारी आयुक्त ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर फैक्ट्री पर कार्रवाई की गई।

फैक्ट्री में बाल श्रम की बात सामने आने पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने नाराजगी जताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश के बाद 5 अधिकारियों को सस्पेंड किया जा चुका है। इन अधिकारियों में जिला आबकारी प्रभारी कन्हैयालाल अतुलकर, उप निरीक्षक प्रीति शैलेंद्र उईके, उप निरीक्षक शैफाली वर्मा, उप निरीक्षक मुकेश कुमार और श्रम निरीक्षक राम कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं।

बता दें कि बचपन बचाओ आंदोलन एनजीओ की सूचना पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) सोम ग्रुप की रायसेन स्थित शराब फैक्ट्री का निरीक्षण किया था। इसमें नाबालिग 39 लड़के और 20 लड़कियां काम करते मिले थे। इन बच्चों के हाथ रसायन और अल्कोहल के संपर्क में आने से जल गए थे, जिनमें संक्रमण फैल गया। बच्चों से तय समय से ज्यादा घंटे काम कराया जा रहा था और उनको पूरी मजदूरी भी नहीं दी जा रही थी।