लंपी वायरस के चपेट में हैं हजारों गौवंश, मध्य प्रदेश के कई गांवों में नहीं हुई गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा पर लंपी वायरस का असर, कई गांवों में लोगों ने नहीं की पूजा, लंपी वायरस के चपेट में आ गए हैं हजारों मवेशी, तंत्र-अनुष्ठान के भरोसे ग्रामीण, हाल ही में दिग्विजय सिंह ने सीएम को स्थिति से अवगत कराया था।

Updated: Oct 28, 2022, 11:43 AM IST

Photo Courtesy: Lalluram
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बैतूल। मध्य प्रदेश में लगातार लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। राज्य के कई जिलों में गौवंश की मौत का तांडव चल रहा है। बेजुबान पशुओं की हो रही मौतों को लेकर किसान परेशान हैं। महामारी का असर दिवाली के बाद होने वाले गोवर्धन पूजा पर भी देखने को मिला।

बैतूल जिले के दर्जनों गांवों में वायरस के चक्कर में न तो दिवाली मनाई गई और न ही गोवर्धन पूजा की गई। किसान हताश हैं। जिले में मवेशियों की लगातार हो रही मौत से अब अंधविश्वास भी फैल रहा है। गांवों में तरह तरह के धार्मिक और तांत्रिक अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। ग्राम आरुल के ग्रामीणों ने बैठक कर संकल्प लिया है कि 9 दिनों तक गांव के देवी मंदिर में ग्रामीण जल चढ़ाएंगे। 9 दिनों तक गांव में मांस मदिरा के सेवन पर प्रतिबंध लगाया गया है।

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पशु चिकित्सा विभाग में अमले की कमी के चलते वायरस की रोकथाम में सुस्ती भी दिख रही है। इलाज नहीं मिलने ग्रामीण अंधविश्वास की राह पकड़ रहे हैं। प्रदेश भर में अबतक इस वायरस के चपेट में आकर सैंकड़ों गौवांशो की मृत्यु हो चुकी है। जबकि हजारों मवेशी बीमार हैं। बेजुबान पशुओं की हो रही मौतों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हाल ही में चिंता व्यक्त की थी। साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर आवश्यक कदम उठाने की भी मांग की। बावजूद सरकार द्वारा इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।