माधव नैशनल पार्क में सीएम छोड़ेंगे तीन टाइगर, एक बाघिन लापता

शिवपुरी के माधव नैशनल पार्क में प्रदेश के तीन अन्य टाइगर रिजर्व से बाघों को छोड़ना था, लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व की जिस बाघिन को पार्क में छोड़ना था, वह लापता हो गई है

Updated: Mar 10, 2023, 09:31 AM IST

भोपाल। शिवपुरी के माधव नैशनल पार्क में शुक्रवार को तीन बाघों को छोड़ा जाना था। प्रदेश के तीन अन्य टाइगर रिजर्व से माधव नैशनल पार्क में बाघों को लेकर यहां बसान की तैयारी थी। खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान इस अवसर पर मौजूद रहने वाले थे। लेकिन इससे ठीक पहले ही एक बाघिन लापता हो गई। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पन्ना टाइगर रिजर्व से जिस बाघिन को माधव नैशनल पार्क में लाया जाना था, वह गुरुवार देर रात तक अधिकारियों की पकड़ में नहीं आ सकी। देर रात तक बाघिन को पकड़ने के प्रयास जारी थे लेकिन पन्ना वन विभाग के अधिकारी बाघिन तक पहुंचने में नाकामयाब रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लापता बाघिन के न मिलने की स्थिति में उसकी जगह पर किसी अन्य बाघिन को माधव नैशनल पार्क में बसाने की तैयारी है। 

दरअसल मध्य प्रदेश के शिवपुरी स्थित माधव नैशनल पार्क में लगभग तीन दशकों के बाद बाघों के बसाहट का फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित बीजेपी के आला दर्जे के नेताओं की मौजूदगी में प्रदेश के अन्य तीन टाइगर रिजर्व से यहां बाघों को लाए जाने की तैयारी है। 

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इस बड़े कार्यक्रम को देखते हुए शिवपुरी प्रशासन तैयारियों से लैस है। शिवपुरी में जगह जगह इस कार्यक्रम के बैनर लगाए गए हैं। आज ही पूर्व केंद्रीय मंत्री व दिवंगत कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की जयंती है। इस अवसर पर माधव नैशनल पार्क में बाघों को छोड़े जाने के कार्यक्रम पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नैशनल पार्क में बाघों का पुनर्स्थापन उनके पिता के सपने को साकार करेगा। 

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माधव नैशनल पार्क में पन्ना टाइगर रिजर्व के अलावा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम और बांधवगढ़ से बाघों को लाया जाना है। माधव नैशनल पार्क में 1990-91 तक टाइगर हुआ करते थे। यहां पर आखिरी बार 1996 में टाइगर को देखा गया था। अब एक बार फिर यहां पर बाघों को बसाने की तैयारी है।