भोपाल में फिर टाइगर का मूवमेंट, कलियासोत जंगल में आराम फरमाते दिखा बाघ, रहवासियों में दहशत

वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बाघ जिस पेड़ के नीचे आराम कर रहा था, वह चंदनपुरा और कलियासोत जंगल में है। वन विभाग का पेट्रोलिंग अमला गाड़ी को करीब तक ले गया। इस दौरान, टाइगर की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई।

Updated: May 11, 2023, 06:55 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में एक बार फिर टाइगर का मूवमेंट देखने को मिला है। बाघ को कलियासोत के जंगल में आराम फरमाते देखा गया। गुरुवार सुबह पेट्रोलिंग व्हीकल के कैमरे में टाइगर रिकॉर्ड हुआ है। वह पेड़ के नीचे आराम फरमा रहा था। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह वयस्क बाघ है, जिसकी उम्र करीब ढाई साल है।

टाइगर मूवमेंट के संबंध में जानकारी देते हुए DFO आलोक पाठक ने बताया कि पेट्रोलिंग टीम 13 शटर के पास में घूम रही थी। जहां टाइगर बैठा मिला। वह काफी देर तक यहां बैठा रहा। ट्रैप कैमरे में वह कई बार दिखा था, लेकिन प्रत्यक्ष रूप में पहली बार दिखाई दिया है। वहीं, एसडीओ आरएस भदौरिया ने बताया कि यह बाघिन टी-123 का शावक है। वाल्मी कैंपस व पहाड़ी पर हमेशा से इसका मूवमेंट रहा है।

वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बाघ जिस पेड़ के नीचे आराम कर रहा था, वह चंदनपुरा और कलियासोत जंगल में है। वन विभाग का पेट्रोलिंग अमला गाड़ी को करीब तक ले गया। इस दौरान, टाइगर की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई। वह छांव में बैठकर आराम फरमा रहा था। गाड़ी में कैमरे लगे हैं, जिसमें वीडियो और फोटो कैप्चर हो गई।

बता दें कि भोपाल के आसपास करीब 25 किमी के दायरे में बाघों का मूवमेंट है। कलियासोत, केरवा के जंगल के साथ ही कोलार-बैरसिया इलाके में भी टाइगर देखे गए हैं। फरवरी-2022 में चूना भट्‌टी चौराहा स्थित भोज यूनिवर्सिटी कैंपस में टाइगर का मूवमेंट था। कोलार में भी टाइगर देखा गया। वाल्मी की पहाड़ी पर भी मूवमेंट है। इसके पहले मैनिट परिसर में भी बाघ आ गया था, जिसके बाद हफ्तेभर तक छात्रों में दहशत का माहौल था।