ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की रेड कब होगी, देवेंद्र तोमर के वायरल वीडियो पर कांग्रेस ने की जांच की मांग

केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र तोमर का 500 करोड़ के काले धन की हेरा-फेरी का नया वीडियो वायरल, मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार अपरम्पार - शिवराज और मोदी मुँह में दही जमाएँ बार-बार: रागिनी नायक

Updated: Nov 13, 2023, 06:10 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र तोमर का अरबों की लेनदेन संबंधी वायरल वीडियो ने भूचाल मचा दिया है। सोमवार को दूसरा वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस एक बार फिर भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस ने जांच की मांग करते हुए पूछा कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की रेड कब होगी।

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ रागिनी नायक ने सोमवार को पीसीसी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, '50 प्रतिशत कमीशन और शिवराज सिंह चौहान तो एक-दूसरे के पर्याय बन ही चुके हैं। अब, नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे देवेन्द्र तोमर के लगातार वायरल हो रहे वीडियो इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण दे रहे हैं कि 50 प्रतिशत कमीशन के साथ-साथ ‘काला-धन’ भी भाजपा नेताओं का पर्याय बन चुका है। आज देवेन्द्र कोमर का 500 करोड़ की हवाला डीलिंग का एक नया वीडियो वायरल हुआ है। जैसे ही ‘काला-धन’ हम बोलते हैं तो 15 लाख याद आ जाते हैं, जो आपके, हमारे खातों में आने थे। यही वादा किया था मोदी जी ने। गजब उलटबांसी है। यहां तो उलटा जनता के खून-पसीने की कमाई उनकी जेब और उनका पेट काट के भाजपा नेता और उनके बेटे कथित तौर पर अपने खातों में डलवाने का काम कर रहे हैं।' 

रागिनी नायक ने आगे कहा, 'एक और वादा किया था मोदी जी ने - ‘न खाऊँगा-न खाने दूँगा’। तो जनता को लगा कि मोदी जी शायद रिश्तरखोरी, कमीशनखोरी, मुनाफ़ाखोरी की बात कर रहे हैं। इसीलिए वोट दिया, एक बार नहीं दो बार दिया। पर अब समझ आया कि ये सब तो मोदी जी की छत्र-छाया में फल-फूल रहे हैं और ‘न खाउँगा-न खाने दूंगा’ असल में प्याज और टमाटर के लिए कहा गया था। और अगर ऐसा नहीं है तो मोदी जी चुप क्यों हैं? शिवराज सिंह इस प्रकरण पर मौन व्रत क्यों धारण किये हैं ? ‘खामोशी’ का मतलब ‘हॉं’ होता है। चुप्पी इशारा करती है सहमति की ओर। तो क्या ये मान लिया जाए कि ये वीडियो सही हैं? क्या ये मान लिया जाए कि इस तरह की करोड़ों की हवाला डीलिंग को, हेर-फेर को, काले धन के लेन-देन को मोदी जी और शिवराज सिंह जी का संरक्षण प्राप्त है? क्या ये मान लिया जाए कि संरक्षण के तार संलिप्तता से भी जुड़े हुए हैं? जनता की अदालत में, इन सवालों के कठघरे में आज मोदी जी और शिवराज सिंह जी दोनों खड़े हैं।'

रागिनी नायक ने आगे कहा, 'याद ताज़ा करने के लिए दोहरा रही हूँ कि भाजपा के केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जो इस चुनाव में दिमनी से भाजपा प्रत्याशी भी हैं- उनके बेटे देवेंद्र तोमर का एक वीडियो कुछ दिन पहले ज़बर्दस्त वायरल हुआ। इस वीडियो में वो बड़ी आसानी से 100 करोड़, 39 करोड़, 21 करोड़, 18 करोड़ रुपए की लेनदेन की बात करते हुए प्रतीत हो रहे थे। इस वीडियो में देवेंद्र लखनऊ के एक बिचौलिए के ज़रिए माइनिंग कारोबारियों से काला धन लेने के लिए मल्टीपल बैंक अकाउंट के बंदोबस्त की जाँच करते हुए दिख रहे थे। एक बिचौलिया उनसे अलग अलग बैंक खातों के डिटेल भी माँगते हुए दिखाई दे रहा था। ज्ञात रहे कि नरेंद्र सिंह तोमर 2014 से 2019 के बीच केंद्रीय इस्पात और खनन मंत्री रह चुके हैं।'

रागिनी नायक ने कहा, 'आज के नए वायरल वीडियो में चंडीगढ़ से पैसे ट्रांस्फ़र करने की बात होती दिख रही है। बिचौलिया कह रही है कि हर महीने CA बताएगा कि 50 करोड़ आने हैं या 100 करोड़ आने हैं या 500 करोड़ आने हैं। और देवेन्द्र जी बहुत ही मासूमियत से “ठीक है, नो प्रोबलम’ कहते हुए प्रतीत हो रहे हैं। फिर वो पूछते हैं कि पहले महीने में कितना आएगा और बिचौलिया कहता है 250 करोड़। फिर को बिचौलिए से कहते हैं कि तुम अपने अकाउंट में ले लो और वो कहता है कि 50 प्रतिशत Equity Stake अपने पास रखिए। क्या ये वीडियो सही है? क्या एक भाजपा मंत्री का बेटा करोड़ो में हवाला की डीलिंग कर रहा है? यह कौन से पैसे हैं, किससे लेने हैं, क्यों लेने हैं, किस काम के लिए लेने हैं? बेटा इतना भ्रष्टाचार कर रहा है तो पिता जो स्वयं मंत्री है, वो क्या नहीं कर सकता? इन सारे सवालों का जवाब जनता जानना चाहती है क्योंकि ये मध्यप्रदेश की जनता का पैसा है, यहाँ के लाचार किसानों के हक का पैसा है, बेरोज़गार नौजवानों के हक का पैसा है का है, यहाँ की महिलाओं के हक का पैसा है जिसे लूट कर तोमर और उनके परिवार वाले संभवतः अपनी तिजोरियाँ भर रहे हैं।'

रागिनी नायक ने आरोप लगाते हुए कहा, '2014 से ED की 95 प्रतिशत रेड विपक्षी नेताओं के ऊपर पड़ी हैं। पिछले 5 साल में 44 बड़ी NIA, ED, IT की रेड मीडिया पर पड़ी हैं। ED के डायरेक्टर संजय कुमार मिश्रा को मोदी सरकार लगातार Extension देती रही जिसे सुप्रीम कोर्ट तक ने गलत ठहराया।और चुनाव आते ही जॉंच ऐजेन्सियां भाजपा की पन्ना प्रमुख बन जाती हैं। प्रतिशोध की ज्वाला को किस तरह चुनाव के दौरान मोदी जी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में छापे मारी से शांत किया ये तो पूरी दुनिया ने देखा। तो अब जब 500 करोड़ रुपये की रिश्वत की बात होती दिख रही है, तो ED, CBI और इनकम टैक्स को साँप सूंघ जाएगा तो किसको दोषी माना जाएगा? चुनाव के दौरान दो ऐसे वीडियो आना पूरे चुनावी प्रक्रिया को संदेह के घेरे में डाल देते हैं। चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि जनता का विश्वास लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व पर बना रहे इसीलिए स्वतः संज्ञान ले कर चुनाव आयोग को इस वीडियो की सत्यता स्थापित कर तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए।'

कांग्रेस की मांग

* चुनाव आयोग इस वीडियो का संज्ञान लेकर त्वरित  कार्रवाई करे

* इस प्रकरण की सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जज द्वारा ज्यूडिशियल इनक्वायरी हो 

* जब तक इस मामले की जाँच हो, तब तक नरेंद्र सिंह तोमर को मंत्रीपरिषद से बर्खास्त किया जाए 

* मनी लाउंड्रिंग का केस रजिस्टर करके तुरंत ED अपनी जाँच शुरू करे 

* बातों से साफ़ है कि यह काला धन है तो Income Tax अपनी कार्रवाई तुरंत शुरू करे और मामले की गंभीरता को देखते हुए ब्ठप् बिना वक़्त बर्बाद किए जाँच बैठाये 

* भारतीय जनता पार्टी, शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने बड़े भ्रष्टाचार पर अपनी चुप्पी तोड़ कर राज्य और देश को जवाब दें

* नरेंद्र सिंह तोमर बेहद ताकतवर व्यक्ति हैं, उनके लड़के की गिरफ़्तारी हो जिससे निष्पक्ष जाँच हो सके।