अंकिता भंडारी हत्याकांड: धामी सरकार के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा, कांग्रेस नेत्रियों ने मुंडवाया सिर

उत्तराखंड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने गुरुवार को बीच सड़क पर सिर मुंडवाया, अंकिता भंडारी को इंसाफ दिलाने की मांग, सीएम हाउस कूच कर रहे सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए।

Updated: Sep 21, 2023, 06:15 PM IST

देहरादून। चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले को लेकर उत्तराखंड की महिलाओं ने एक बार फिर धामी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गुरुवार को कांग्रेस महिला मोर्चा अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में सीएम आवास के लिए कूच किया। हालांकि, पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया। विरोध स्वरूप अध्यक्ष ज्योति रौतेला और अन्य महिलाओं ने बीच सड़क पर सिर मुंडवाया।

चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर गुरुवार को देहरादून में महिला कांग्रेस ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया। सैकड़ों की संख्या में महिलाओं को लेकर कांग्रेस महिला मोर्चा अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने गुरुवार दोपहर सीएम आवास के लिए कूच किया। इस दौरान पूर्व हरीश रावत और  कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी ज्योति रौतेला के साथ थे।

सैंकड़ों महिलाओं के साथ कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता पैदल मार्च निकालते हुए हाथ में तख्ती और नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री आवास घेराव के लिए निकले थे। लेकिन भारी पुलिस बल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सीएम आवास से पहले हाथीबड़कला के निकट बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की हुई, जिसमें महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव शांति रावत और कार्यकर्ता अनीता को 
चोटें भी आई।

इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता वहीं सड़क पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और प्रदेश महासचिव शिवानी मिश्रा थपलियाल ने भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए मौके पर ही अपना सिर मुंडवाया और अंकिता को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान ज्योति ने कहा कि सरकार अंकिता भंडारी के हत्यारों को बचाना चाहती है।

इस दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि कांग्रेस अंकिता भंडारी के परिजनों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रही है। दुख है कि अंकिता को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है।  प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन सरकार कानून व्यवस्था को लागू करने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है।