पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न

राष्‍ट्रीय लोक दल से गठबंधन की अटकलों के बीच पार्टी के मुखिया जयंत सिंह के दादा तथा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को केंद्र सरकार ने मरणोपरांत भारत रत्न देने का ऐलान किया है।

Updated: Feb 10, 2024, 10:14 AM IST

नई दिल्ली। कर्पूरी ठाकुर और लाल कृष्ण आडवाणी के बाद केंद्र सरकार ने तीन और शख्सियतों को केंद्र सरकार ने भारत रत्न देने का ऐलान किया है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ले सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर तीनों शख्सियतों की तस्वीर शेयर करते हुए ये ऐलान किया है। प्रधानमंत्री ने चौधरी चरण सिंह की तस्वीर के साथ लिखा, 'हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।'

नरसिम्हा राव को लेकर उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया।'

वहीं, स्वामीनाथन को लेकर पीएम मोदी ने लिखा, 'यह बेहद खुशी की बात है कि भारत सरकार कृषि और किसानों के कल्याण में हमारे देश में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. एमएस स्वामीनाथन जी को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है। उन्होंने चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए। हम एक अन्वेषक और संरक्षक के रूप में और कई छात्रों के बीच सीखने और अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाले उनके अमूल्य काम को भी पहचानते हैं। डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया है बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है। वह ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि और इनपुट को महत्व देता था।'

बता दें कि राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत सिंह के दादा और किसानों के मसीहा तथा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को काफी समय से भारत रत्न देने की मांग उठ रही थी। आरएलडी के एनडीए गठबंधन में शामिल होने की भी अटकलें हैं।