राज्यसभा में सिंघवी की सीट के पास नोटों की गड्डी मिलने का दावा, सभापति ने दिए जांच के निर्देश

राज्यसभा की सीट संख्या 222 के नीचे 500 के नोटों की एक गड्डी मिली, जो वर्तमान में तेलंगाना से निर्वाचित कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को सौंपी गई है।

Updated: Dec 06, 2024, 01:03 PM IST

नई दिल्ली। राज्‍यसभा में कांग्रेस के सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट के पास से नोटों की गड्डी मिलने का मामला सामने आया है। इसे लेकर राज्यसभा में जमकर बवाल देखने को मिला। सभापति जगदीप धनखड़ ने जब ये आरोप लगाए तब विपक्षी सांसदों ने कड़े शब्दों में इसका विरोध किया। 

दरअसल, राज्यसभा में सीट नंबर 222 कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी का है। आरोप है कि सीट के पास 500 रुपए की एक गड्डी यानी 50 हजार रुपए मिले हैं। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा, 'मैं सदस्यों को सूचित करना चाहता हूं कि कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन की नियमित जांच के दौरान, सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 से नोटों की एक गड्डी बरामद की, जो वर्तमान में तेलंगाना राज्य से निर्वाचित अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। यह मामला मेरे संज्ञान में लाया गया था, और मैंने सुनिश्चित किया कि जांच हो और यह जांच चल रही है।' 

मामले पर अभिषेक सिंघवी का भी बयान सामने आया है। उनका कहना है कि वो सिर्फ एक 500 का नोट लेकर राज्यसभा जाते हैं। कल भी वो दोपहर 12.57 में हाउस में पहुंचे और 1 बजे हाउस स्थगित हुआ, 1.30 बजे तक वो कैंटीन में मौजूद थे। उसके बाद वो सुप्रीम कोर्ट लौट गए। उनका कहना है कि ये मामला गंभीर और हास्यास्पद है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकारा है।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, 'मैं निवेदन करता हूं कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और घटना की प्रामाणिकता स्थापित नहीं हो जाती, तब तक किसी सदस्य का नाम उजागर नहीं किया जाना चाहिए।' 

वहीं संसदीय कार्यमंत्री मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि सदस्य का नाम लिए जाने पर किसी को आपत्ति नहीं करनी चाहिए उन्होंने कहा कि इसमें (नाम लेने पर) कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि सदन में नोटों की गड्डी मिलना उपयुक्त नहीं है। रीजीजू ने कहा कि आज डिजिटल जमाना है और कोई इतने सारे नोट लेकर नहीं चलता। इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि यह घटना बहुत ही असाधारण है। इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है।