कांग्रेस प्रवक्ता प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने पार्टी से दिया इस्तीफा, कहा- कांग्रेस गलत दिशा में आगे बढ़ रही है

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर गौरव वल्लभ ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहा हूं। जब मैंने कांग्रेस पार्टी जॉइन की तब मेरा मानना था कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। वहां सभी के आइडिया की कद्र होती है, लेकिन ऐसा नहीं है।

Updated: Apr 04, 2024, 04:52 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा कि पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है। गौरव वल्लभ ने पत्र में लिखा कि पिछले कुछ दिनों से पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहा हूं। जब मैंने कांग्रेस पार्टी जॉइन की तब मेरा मानना था कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। वहां सभी के आइडिया की कद्र होती है, लेकिन ऐसा नहीं है।

गौरव वल्लभ ने लिखा कि पार्टी का ग्राउंड लेवल कनेक्ट पूरी तरह से टूट चुका है, जो नए भारत की आकांक्षा को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रही है। इसी वजह से पार्टी न तो सत्ता में आ पा रही और न ही मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा पा रही हैं। बड़े नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच की दूरी पाटना बेहद कठिन है, जो कि राजनैतिक रूप से जरूरी है। जब तक एक कार्यकर्ता अपने नेता को डायरेक्ट सुझाव नहीं दे सकता तब तक किसी भी प्रकार का सकारात्मक परिवर्तन संभव नहीं है।

और पढ़ें:कांग्रेस ने की घर-घर गारंटी अभियान की शुरुआत, मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी की गारंटी को बताया नाकाम

उन्होंने यह भी लिखा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से मैं परेशान हूं। मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं। पार्टी और गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उस पर चुप रहना, स्वीकृति देने जैसा है। इन दिनों पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है। एक ओर हम जाति आधारित जनगणना की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर संपूर्ण हिंदू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं। यह कार्यशैली जनता के बीच पार्टी को एक खास धर्म विशेष का हितैषी होने का संदेश दे रही है। यह कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है।

उन्होंने यह भी लिखा की आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का स्टैंड हमेशा देश के वेल्थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाने का और उन्हें गाली देने का रहा है। आज हम उन आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण व वैश्वीकरण नीतियों के खिलाफ हो गए हैं, जिसको देश में लागू कराने का पूरा श्रेय दुनिया ने हमें दिया है। देश में होने वाले हर निवेश पर पार्टी का नजरिया हमेशा नकारात्मक रहा। क्या हमारे देश में बिजनेस करके पैसा कमाना गलत है? मैं वेल्थ क्रिएटर्स को गाली नहीं दे सकता।

कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि गौरव वल्लभ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, उन्होंने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है।