यूपी के झांसी में बीजेपी नेताओं की गुंडागर्दी, MLC चुनाव में पिछड़े तो सिटी एसपी को गिराकर पीटा

यूपी एमएलसी चुनाव में मतगणना के दौरान झांसी में बीजेपी नेताओं और पुलिस में झड़प हो गई

Updated: Dec 05, 2020, 01:36 AM IST

Photo Courtesy : Twitter
Photo Courtesy : Twitter

झांसी। गुरूवार दोपहर को झांसी में बीजेपी नेताओं ने सिटी एसपी को गिरा गिराकर पीटा। एमएलसी चुनाव के मतगणना के दौरान हार से बौखलाए बीजेपी नेताओं ने पुलिस से ही झड़प करनी शुरू कर दी। हैरानी भरी बात यह रही कि यह पूरा घटनाक्रम बीजेपी के विधायकों के सामने हुआ। किसी भी बीजेपी विधायक ने अपनी पार्टी को लोगों को पुलिस से मारपीट करने से रोकने की ज़हमत नहीं उठाई। 

इस पूरे घटनाक्रम के पीछे एमएलसी चुनाव में मिली बीजेपी को शिकस्त है। दरअसल गुरूवार को जब एमएलसी चुनावों के परिणाम आ रहे थे, तब मतगणना के दौरान बीजेपी के उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी से पिछड़ने लगे। अपने नेता के हारने की खबर लगते ही कुछ नेता मतगणना स्थल पर पहुँच गए और मतगणना केंद्र के अंदर जाने की कोशिश करने लगे। उस समय ड्यूटी पर तैनात सिटी एसपी ने बीजेपी नेताओं को भीतर जाने से रोकने की कोशिश की। 

यह भी पढ़ें : वाराणसी में सपा ने जीता MLC का चुनाव, प्रधानमंत्री के क्षेत्र में BJP तीसरे नंबर पर

सिटी एसपी विवेक त्रिपाठी और उनकी टीम द्वारा रोका जाना सत्ता के नशे में चूर बीजेपी नेताओं को रास नहीं आया। बीजेपी नेता प्रदीप सरावगी ने अचानक सिटी एसपी विवेक त्रिपाठी का कॉलर पकड़ लिया और सिटी एसपी को मारना शुरू कर दिया। जिस दौरान सिटी एसपी के साथ मारपीट की जा रही थी उस समय घटनास्थल पर बीजेपी के कुछ विधायक भी मौजूद थे। लेकिन हार की बौखलाहट इतनी थी और सत्ता का गुरुर इतने चरम पर था कि किसी ने इस अभद्रता और बर्बरता को रोकने की कोशिश नहीं की। पूरे घटनाक्रम को तब रोका जा सका जब भारी पुलिस फ़ोर्स मतगणना स्थल पर पहुँच गई। 

अब इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विपक्ष ने बीजेपी नेताओं द्वारा किए इस बर्ताव की न सिर्फ निंदा की है, बल्कि योगी सरकार पर सवाल भी उठाए हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि 'झांसी में भाजपा विधायकों के सामने ही भाजपा नेता ने एसपी सिटी को पटक - पटक कर पीटा। सरकार के आगे घुटने टेक चुकी पुलिस को आत्ममंथन करना चाहिए। सत्ता दल के नेताओं की गुंडागर्दी सरकार पर सवाल है। सीएम को बताना चाहिए कि वह कौन से गुंडों को उत्तर प्रदेश से बाहर जाने की बात करते है?'

रिटायर्ड आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कहा है कि 'यूपी की ये घटना बड़ी गंभीर है, भाजपा के गुंडे नेता एक IPS विवेक त्रिपाठी को खुले आम पीट रहे हैं। सत्ता की चाकरी यूपी पुलिस को भारी पड़ रही है l गरीब जनता पर जुर्म व पत्रकारों को जेल भेजने वाली यूपी पुलिस को सोचना होगा, न्याय के रास्ते से भटकने का परिणाम उनके सामने हैl'