3 तीन महीने बाद होगी नंदीग्राम केस की सुनवाई, कलकत्ता HC ने 15 नवंबर तक के लिए टाली सुनवाई

कलकत्ता हाई कोर्ट में नंदीग्राम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से शुभेंदु अधिकारी के निर्वाचन को चुनौती दी गई है, पहले इस मामले की सुनवाई जस्टिस कौशिक चंदा कर रहे थे, लेकिन निष्पक्षता के मसले पर सवाल उठने के बाद जस्टिस चंदा ने खुद को इस मामले की सुनवाई से अलग कर लिया था, अब जस्टिस शंपा सरकार की पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है

Updated: Aug 12, 2021, 10:31 AM IST

Photo Courtesy : Outlook
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कोलकाता। नंदीग्राम केस की सुनवाई तीन महीने के लिए टाल दी गई है। कलकत्ता हाई कोर्ट अब तीन महीने बाद शुभेंदु अधिकारी के निर्वाचन से जुड़े मामले की सुनवाई करेगा। मामले की सुनवाई कर रही जस्टिस शंपा सरकार सरकार की बेंच ने इसे 15 नवंबर तक के लिए टाल दिया है।  

नंदीग्राम केस बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के निर्वाचन से जुड़ा हुआ है। शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में सीएम ममता बनर्जी को 1900 से अधिक वोटों से हरा दिया था। जिसके बाद ममता बनर्जी शुभेंदु के निर्वाचन के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट गई थीं।  

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इस मामले की सुनवाई पहले जस्टिस कौशिक चंदा की पीठ कर रही थी। लेकिन हाई कोर्ट में ममता बनर्जी का पक्ष रख रहे कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने निष्पक्षता के आधार पर कौशिक चंदा से इस मामले की सुनवाई न कराने की अपील कलकत्ता हाई कोर्ट के कार्यकारी चीफ जस्टिस से की थी।

जस्टिस कौशिक चंदा 2015 में भारत के अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल बनने से पहले बीजेपी से जुड़े हुए थे। चूंकि यह मामले बीजेपी के ही एक उम्मीदवार के निर्वाचन से जुड़ा हुआ था। इसलिए इस मामले में जस्टिस चंदा की निष्पक्षता सवालों के घेरे में थी। बवाल मचने के बाद जस्टिस कौशिक चंदा ने इस मामले की सुनवाई से खुद को अलग करते हुए सीएम ममता बनर्जी पर पांच लाख का जुर्माना भी लगा दिया था।