लखनऊ। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लखनऊ स्थित कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार को मीडिया को संबोधित किया। कांग्रेस नेता ने इस दौरान कर्जमाफी को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्ष में किसानों का एक रुपया माफ नहीं हुआ, जबकि उद्योगपतियों का हजारों करोड़ का कर्ज माफ हुआ।

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में भाजपा को घेरते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में जो भी नेता सक्रिय है, उन पर अमित शाह को भरोसा नहीं है। इसलिए, उन्होंने यूपी में जासूसी करने के लिए गुजरात से नेता भेजे हैं। सिंह ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव पहले के चुनाव से बिल्कुल अलग है। 

सिंह ने कहा कि 1950 में जब हमारा संविधान बना, तब से सब ठीक चलता आ रहा था। मौजूदा लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय संविधान को लेकर किसी को कोई शंका नहीं थी। संविधान परिवर्तन करने के लिए 400 पार की आवश्यकता क्यों पड़ी रही है। यह भारतीय जनता पार्टी का गुप्ता एजेंडा है। देश में नया कानून लाने का प्रयास है। खुद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान देखा, तो उन्होंने आरक्षण को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाया है। उसके बाद बीजेपी के कई नेताओं के बयान इसको लेकर आ चुके हैं। मोदी सरकार किस तरह से संविधान से पूरी तरह से हटाकर अपने कानून को लागू करने में जुटी हुई है।

सिंह ने कहा कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी ऑर्डिनेंस लेकर आए, किसानों का हक छीन लिया, किसानों के खिलाफ तीन कानून लाया गया। जब केंद्र में हमारी सरकार थी तब हमारी सरकार में मेहनतकश किसान जो जमीन जोतते थे, उनको मलिकाना हक दिया गया था। हमारी विचारधारा गांधी की रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल में कौन से ऐसे कदम उठाए, जिससे किसान और मजदूरों को लाभ हुआ हो। ये
6000 किसान निधि के माध्यम से किसान को दे तो रहे हैं, लेकिन खाद की कीमत बढ़ा दी। खाद की बोरी का वजन घटाया गया। कांग्रेस का मेनिफेस्टो में वादा है। कर्ज माफी के लिए आयोग बनाएंगे, कृषि यंत्र पर जीएसटी माफ करेंगे।

सिंह ने कहा कि किसान की मेहनत से उगाया हुआ और अनाज की कीमत नहीं बढ़ाई जा रही है। तेल की कीमत बढ़ाई जा रही है। पहले एक कुंतल अनाज बेचने से एक तोला सोना आ जाता था। आज 25 कुंतल बेचने पर एक तोला सोना आता है। मैं भारतीय जनता पार्टी से पूछना चाहता हूं, 10 सालों में उन्होंने कौन सा कानून बनाया जिससे मध्यमवर्गीय, निम्न वर्गीय किसान को राहत मिली? बीते 10 सालों में किसानों का 1 रुपया कर्ज माफ नहीं हुआ। बल्कि, देश का हजारों करोड़ रुपए लेकर भागने वाले लोगों का कर्ज माफ हुआ है। देश का 16 लाख करोड़ रुपए बड़े उद्योगपतियों के माफ कर दिए गए।

सिंह ने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लिए हर वर्ग के लोगों से मिले और सबसे चर्चा के बाद हमारा घोषणा पत्र बना है। हमारी सरकार आने के बाद हर महिला के खाते में 8500 हजार रुपए महीना दिया जाएगा। यह मोदी की गारंटी नहीं, राहुल के हस्ताक्षर किए हुए मल्लिकार्जुन खड़गे के हस्ताक्षर किए हुए घोषणा पत्र हैं। आज देश में वह हालत है गरीब गरीब होता जा रहा, और देश के 22 अमीर और अमीर होता जा रहा हैं। आरबीआई के आंकड़े के अनुसार डेढ़ लाख लोगों ने अपना सोना गिरवी रखने का काम क्या है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं अभी हाल में ही बुंदेलखंड दौरे पर गया था। वहां रोज 1 एक किसान आत्महत्या कर रहे है। हम जातिगत जनगणना के पक्ष में स्पष्ट नीति बनाएंगे। उत्तर प्रदेश-बिहार में भर्ती नहीं हो रही है। देश के युवाओं में निराशा है। भर्ती निकाली जाती है, लेकिन कैंसिल हो जाती है, पेपर लीक हो जाते हैं।