महाराष्ट्र के मंत्री के सिर पर शख्स ने छिड़का हल्दी पाउडर, समर्थकों ने जमकर की पिटाई
वीडियो में दिखाया गया है कि पाटिल के सहयोगियों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया, उसे जमीन पर गिरा दिया और उसे लात और घूंसे मारे, जबकि वह मराठी में आरक्षण के मुद्दे पर चिल्ला रहा था।
                                    सोलापुर। महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल पर शुक्रवार को एक शख्स ने हल्दी छिड़क दिया। इस दौरान पाटिल के समर्थकों ने उसे पकड़ लिया और जमकर मारपीट की। आरोपी ने कहा कि जल्द ही पूरी नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री या अन्य राज्य मंत्रियों पर भी काला रंग फेंक देंगे।
राधाकृष्ण विखे पाटिल पर शुक्रवार को सोलापुर में उस समय हल्दी पाउडर छिड़क दिया गया, जब वह आरक्षण की मांग कर रहे एक समुदाय के सदस्यों के साथ बैठक कर रहे थे। घटना के एक वीडियो में धनगर (चरवाहा) समुदाय के दो लोग मंत्री के दोनों ओर खड़े दिखाई दे रहे हैं, जब वह उनके द्वारा सौंपे गए एक पत्र को पढ़ रहे थे, तभी अचानक उनमें से एक ने अपनी जेब से हल्दी पाउडर निकाला और उनके ऊपर डाल दिया।
पवित्र भंडारा अंगावर उधळला तर मारहाण करावी लागते का..?? हेच का भाजपा चे हिदुत्व..?? pic.twitter.com/x9RgAkOq7x
— Shilpa Bodkhe - प्रा.शिल्पा बोडखे (@BodkheShilpa) September 8, 2023
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पाटिल के सहयोगियों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया, उसे जमीन पर गिरा दिया और उसे लात और घूंसे मारे, जबकि वह मराठी में आरक्षण के मुद्दे पर चिल्ला रहा था। जानकारी के मुताबिक यह घटना सोलापुर जिले के सरकारी रेस्ट हाउस में हुई। शेखर के रूप में पहचाने गए व्यक्ति ने बाद में मीडिया को बताया कि उसने अपने समुदाय के सामने आने वाले मुद्दों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसा किया। उसने धनगर समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी के तहत आरक्षण की मांग दोहराई, और चेतावनी दी कि अगर मांग जल्द ही पूरी नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री या अन्य राज्य मंत्रियों पर भी काला रंग फेंक देंगे।
मामले कर राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा कि वह इसे गलत नहीं मानते क्योंकि हल्दी पाउडर का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है और इसे पवित्र माना जाता है। उन्होंने कहा, यह खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रदर्शनकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई क्यों की, जिस पर पाटिल ने कहा कि उस समय किसी को समझ नहीं आया कि क्या हुआ था, इसलिए यह एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से उस व्यक्ति के पीछे नहीं जाने को कहा है।




                            
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
                                    
                                
                                    
                                    
                                    
								
								
								
								
								
								
								
								
								
								