इलाहाबाद HC जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव की तैयारी, सिब्बल बोले- उस शख्स को कुर्सी पर नहीं बैठने देना चाहिए
जस्टिस शेखर यादव ने अल्पसंख्यकों के विरुद्ध जहरीला बयान देते हुए कहा था कि कठमुल्ले देश के लिए घातक हैं। अब विपक्षी उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में है।
नई दिल्ली। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर यादव के 'कठमुल्ले' वाले जहरीले बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं। विपक्ष जस्टिस शेखर के विरुद्ध महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने कहा कि उस शख्स को कुर्सी पर नहीं बैठने देना चाहिए।
कपिल सिब्बल ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, विवेक तन्खा, जावेद अली, मोहन झा, सीपीएम पार्टी आदि से चर्चा की है और वे जल्द से जल्द बैठक कर जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे। उन्होंने कहा कि अब और कोई रास्ता बचा नहीं है। सिब्बल ने आह्वान करते हुए कहा कि जो भी लोग लोग न्यायपालिका की स्वतंत्रता में विश्वास करते हैं, वे सारे लोग हमारे साथ आएंगे। पीएम और सत्ता पक्ष भी हमारा साथ दे और एक संदेश दें कि कोई भी जज ऐसा बयान नहीं दे सकता है और सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को देखना चाहिए कि ऐसे लोग जज न बनें।
कपिल सिब्बल ने कहा, 'मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट को सख्त कदम उठाने चाहिए और उस शख्स को कुर्सी पर नहीं बैठने देना चाहिए। एक भी केस उसके पास नहीं जाना चाहिए। ये पक्ष-विपक्ष की बात नहीं है, ये न्यायपालिका के स्वतंत्रता की बात है। पीएम, गृह मंत्री और सत्ता में बैठे लोग हमारा साथ दें, क्योंकि अगर वो नहीं देंगे तो लगेगा कि वो जज के साथ हैं, क्योंकि कोई ऐसा नहीं कर सकता। कोई नेता भी ऐसा बयान नहीं दे सकता है, तो एक जज कैसे दे सकता है।'
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बता दें कि जस्टिस शेखर यादव रविवार को प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यक्रम शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि यह हिंदुस्तान है और यह देश यहां रहने वाले बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा। मैं यह बात हाईकोर्ट के जज के तौर पर नहीं बोल रहा। आप अपने परिवार या समाज को ही लीजिए कि जो बात ज्यादा लोगों को मंजूर होती है, उसे ही स्वीकार किया जाता है। लेकिन यह जो कठमुल्ला हैं, यह सही शब्द नहीं है, लेकिन कहने में परहेज नहीं है, क्योंकि वह देश के लिए बुरा है। घातक है। देश के खिलाफ हैं। जनता को भड़काने वाले लोग हैं। देश आगे न बढ़े, ऐसा सोचने वाले लोग हैं। उनसे सावधान रहने की जरूरत है।