राहुल गांधी ने लंदन वाले बयान पर संसदीय समिति की बैठक में रखा अपना पक्ष, एस जयशंकर भी थे मौजूद

राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने केवल भारत के लोकतंत्र के बारे में सवाल उठाए, और इसके लिए उन्हें राष्ट्र-विरोधी करार नहीं दिया जा सकता।

Updated: Mar 19, 2023, 12:57 PM IST

नई दिल्ली। भारत की G20 अध्यक्षता के मुद्दे पर विदेश मामलों की संसदीय सलाहकार समिति की एक बैठक के दौरान BJP के सांसदों ने लंदन में दिए बयान को लेकर राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की। इस दौरान पक्ष-विपक्ष के सदस्यों में जमकर तकरार हुई। वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने केवल भारत के लोकतंत्र के बारे में सवाल उठाए, और इसके लिए उन्हें राष्ट्र-विरोधी करार नहीं दिया जा सकता। 

खास बात ये है कि बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी मौजूद थे। राहुल गांधी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि, 'लंदन में मैंने देश में लोकतंत्र की हालत पर सवाल जरूर उठाए, लेकिन किसी विदेशी देश के हस्तक्षेप की मांग कभी नहीं की। हमारा मानना ​​है कि यह एक आंतरिक मामला है और हम इसे सुलझा लेंगे।'

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रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान भाजपा के कुछ सांसदों ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि आपातकाल भारत के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा धब्बा है और कुछ लोग भारत की जी20 अध्यक्षता से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं। गरमागरम बहस के बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी को इन बयानों का जवाब देने से रोक दिया और सभी नेताओं से संसद में ये बातें कहने को कहा। उन्होंने राहुल गांधी से केवल समिति के विषय पर बोलने को कहा, न कि राजनीतिक विषयों पर। 

बता दें कि संसद के बजट सत्र का पिछला हफ्ता दोनों सदनों में विरोध और नारेबाजी के कारण नहीं चला। भाजपा राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है तो विपक्ष अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) पर अड़ा हुआ है। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी ने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और विपक्ष की आवाजों को दबाया जा रहा है।