किसान आंदोलन के दौरान रेप और हत्या, कंगना रनौत के बयान पर BJP ने साधी चुप्पी, कांग्रेस ने उठाए सवाल
आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है? एक बार फिर हमारे अन्नदाताओं पर बीजेपी की सांसद ने अनर्गल आरोप लगाया है: रणदीप सुरजेवाला
नई दिल्ली। BJP की बड़बोली सांसद कंगना रनोट ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है। कंगना रनौत ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान उपद्रवी हिंसा हुई। वहां रेप और हत्याएं भी हुई थीं। रनौत के इस बयान पर जहां भाजपा ने चुप्पी साध ली है। वहीं, कांग्रेस ने इसे शहीद किसानों का अपमान करार दिया है।
हरियाणा कांग्रेस ने अपने X हैंडल पर लिखा, '750 किसानों की शहादत को अपमानित करते हुए भाजपा सांसद हरियाणा के किसानों को देशद्रोही बता रही है। मैडम, सत्ता का नशा हो या किसी और तरह का, ज्यादा दिन नहीं टिकता। हरियाणा से भाजपा का सूपड़ा साफ होने वाला है।'
वहीं, कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है? भाजपा ने तो हमेशा हमारे अन्नदाताओं पर झूठ,फरेब, साजिश और अत्याचार किया है। और एक बार फिर हमारे अन्नदाताओं पर बीजेपी की सांसद ने अनर्गल आरोप लगाया है। सवाल ये है कि.. क्या कंगना ने बीजेपी की चुनावी रणनीति के हिसाब से किसान पर ये घटिया आरोप लगाया है?'
सुरजेवाला ने आगे कहा कि क्या कंगना के सिर्फ शब्द थे या फिर कॉपी किसी और ने लिखी है? सुरजेवाला ने भाजपा नेताओं की चुप्पी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अगर नहीं तो फिर देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री और तमाम बीजेपी सांसद-विधायक इस मसले पर खामोश क्यों हैं?
संयुक्त किसान मोर्चा ने भी इस बयान की निंदा की है। किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा, 'कंगना रनोट का बयान बेहूदा है। उनका इतिहास रहा है कि वह इस तरह की बयानबाजी करती हैं। उनका बॉलीवुड में बैकग्राउंड किस तरह का रहा है, वह पूरा देश जानता है। कंगना के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संज्ञान लेना चाहिए, वर्ना इस बयान का प्रधानमंत्री द्वारा समर्थन माना जाएगा।'
बता दें कि एक इंटरव्यू में कंगना रनौत ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, 'किसान आंदोलन के दौरान उपद्रवी हिंसा हुई। वहां रेप और हत्याएं भी हुई थीं। वो तो केद्र सरकार ने कृषि बिलों को वापस ले लिया नहीं तो इन लोगों की काफी लंबी प्लानिंग थी। ये देश में कुछ भी कर सकते थे।'