मणिपुर में फिर बिगड़े हालात, मुख्यमंत्री समेत मंत्री-विधायकों के घरों पर हमला, 7 जिलों में इंटरनेट बैन
मैतेई बहुल इंफाल घाटी में प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के तीन मंत्रियों और 6 भाजपा विधायकों के घरों पर हमला किया।
इंफाल। पूर्ववर्ती राज्य मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई है और राज्यों के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। राज्य में एक महिला और दो बच्चों के शव मिलने के बाद शुरू प्रदर्शन शनिवार को हिंसक हो गया। मैतेई बहुल इंफाल घाटी में प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के तीन मंत्रियों और 6 भाजपा विधायकों के घरों पर हमला किया।
उग्र भीड़ ने मंत्री सपम रंजन, सीएम बीरेन सिंह के दामाद और भाजपा विधायक आरके ईमो सिंह के घरों को भी निशाना बनाया। इतना ही नहीं देर रात उग्र भीड़ मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के भी आवास तक पहुंच गई। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले और हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
हालात बिगड़ते देख 5 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, 7 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इस बीच, कुछ मंत्रियों सहित भाजपा के 19 विधायकों ने बीरेन सिंह को हटाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र भेजा है। सूत्रों के अनुसार अगले दो-तीन दिन में हालात और बिगड़े तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।
राज्य में व्याप्त हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चिंता जताई है। राहुल ने शनिवार देर रात X पर पोस्ट करते हुए कहा कि मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसक झड़पें विचलित करने वाली हैं। एक साल से ज्यादा हो गया है। हर भारतीय चाहता है कि केंद्र और राज्य सरकारें हिंसा खत्म करवाने की कोशिश करे। मैं एक बार फिर PM मोदी से मणिपुर आने और क्षेत्र में शांति और सुधार की दिशा में काम करने की मांग करता हूं।