प्रदर्शनकारियों को हत्या से चुप नहीं कराया जा सकता, वरुण गांधी ने बीजेपी सरकार पर बोला हमला
बीजेपी नेता वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी नरसंहार का नया वीडियो साझा किया है, जिसमें यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि प्रदर्शनकारी किसान शांतिपूर्वक लौट रहे थे, और इसी दौरान उन्हें गाड़ी से रौंद दिया गया

नई दिल्ली। बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वरुण गांधी ने लखीमपुर नरसंहार का वीडियो साझा करते हुए कहा है कि आप हत्या से प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं करा सकते। वरुण गांधी ने इस मामले में जल्द से जल्द पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है।
बीजेपी नेता वरुण गांधी ने लखीमपुर कांड का नया वीडियो साझा करते हुए कहा कि वीडियो में सबकुछ साफ नज़र आ रहा है। हत्या से प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता। किसानों के बिखरे खून की हर हाल में जवाबदेही होनी चाहिए। इससे पहले कि हर किसान के जहन में क्रूरता और अहंकार का संदेश पहुंचे, उन्हें न्याय मिल जाना चाहिए।
The video is crystal clear. Protestors cannot be silenced through murder. There has to be accountability for the innocent blood of farmers that has been spilled and justice must be delivered before a message of arrogance and cruelty enters the minds of every farmer. pic.twitter.com/Z6NLCfuujK
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 7, 2021
वरुण गांधी द्वारा साझा किए गए वीडियो में लखीमपुर खीरी नरसंहार की तस्वीर अब लगभग साफ हो चली है। वीडियो में यह स्पष्ट तौर पर नजर आ रहा है कि शांतिपूर्वक वापस लौट रहे किसानों को पीछे से रौंदा गया। कार सीधे किसानों को रौंदते हुए आगे चली गई।
वरुण गांधी लगातार किसानों के मसले पर पार्टी लाइन से हटकर अपना मत रख रहे हैं। अगस्त महीने के अंत में हरियाणा के करनाल में किसानों के साथ हुई पुलिसिया बर्बरता के बाद से ही वरुण गांधी लगातार किसानों के समर्थन में आवाज़ उठा रहे हैं। 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत के दौरान भी वरुण गांधी ने केंद्र सरकार से किसानों की बात सुनने की अपील की थी।
इसके बाद बीजेपी नेता ने लखीमपुर कांड की कड़े शब्दों में निंदा की। वरुण गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लखीमपुर नरसंहार के सिलसिले में एक पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने पीड़ित परिजनों को एक एक करोड़ का मुआवजा और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी।