मुंबई। रतन टाटा के निधन के बाद इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि अब ये विरासत कौन संभालेगा। हालांकि, टाटा ट्रस्ट्स को उसका नया चेयरमैन मिल गया है। ट्रस्ट्स ने रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को चेयरमैन नियुक्त किया है।

टाटा ट्रस्ट्स की आज एक बैठक हुई जिसमें रतन टाटा के उत्तराधिकारी के तौर पर नोएल टाटा को चुनने का फैसला किया गया। नोएल पहले से ही सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट में ट्रस्टी हैं। इसकी संयुक्त रूप से टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में 66% हिस्सेदारी है। 

इस नियुक्ति के साथ ही नोएल सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें अध्यक्ष और सर रतन टाटा ट्रस्ट के छठे अध्यक्ष बन गए हैं। वह नवल एच. टाटा और सिमोन एन. टाटा के पुत्र और रतन टाटा के सौतेले भाई हैं।पारसी समुदाय में टाटा उपनाम वाले किसी व्यक्ति को उत्तराधिकारी बनाने के लिए सहमति बनी थी और नोएल के नाम पर सभी सहमत थे। 

नोएल के काम करने की शैली रतन टाटा से अलग मानी जाती है। उन्हें सुर्खियों से दूर रहकर काम करना पसंद है। नोएल 40 से अधिक वर्षों से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं। वह वर्तमान में टाटा ग्रुप की कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं। वह टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन और टाटा स्टील तथा टाइटन कंपनी लिमिटेड के वाइस-चेयरमैन हैं।

टाटा समूह के साथ उनकी यात्रा 1999 में शुरू हुई। उन्होंने ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नोएल टाटा साल 2019 में सर रतन टाटा ट्रस्ट बोर्ड में शामिल हुए और 2018 में टाइटन कंपनी के वाइस चेयरमैन बने। इसके बाद मार्च 2022 में टाटा स्टील में वाइस चेयरमैन बने। उन्होंने पहले टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड का नेतृत्व किया है। वह 11 से अधिक वर्षों तक ट्रेंट के एमडी के रूप में कार्य किया। आज यह 2.8 लाख करोड़ रुपये की कंपनी है।