गुना में आदिवासी महिला के वैध निर्माण पर चला बुलडोजर, भड़के BJP विधायक ने अपनी ही सरकार को घेरा
आदिवासी महिला कलाबाई हाथ जोड़कर प्रशासन से मिन्नतें करती रहीं लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई, उनके पास पट्टे के कागजात भी थे लेकिन प्रशासन द्वारा उनका आशियाना तोड़ दिया गया।

गुना। मध्य प्रदेश के गुना से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां प्रशासन द्वारा एक आदिवासी महिला का आशियाना तोड़ दिया गया जबकि महिला के पास पट्टे के कागजात भी थे। आदिवासी महिला कलाबाई हाथ जोड़कर प्रशासन से मिन्नतें करती रहीं, कागजात भी दिखाए लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। इस कार्रवाई को खुद भाजपा के ही विधायक ने गलत बताया है और अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए हैं।
दरअसल, मध्य प्रदेश में बुलडोजर न्याय की होड़ बढ़ती जा रही है। सीएम मोहन यादव ने पूर्ववर्ती सरकार की तर्ज पर ही इसे जारी रखने के निर्देश दिए हैं। बुलडोजर न्याय की आड़ में अब प्रशासन द्वारा अंधी कार्रवाई भी की जा रही है। गुना में शनिवार को आदिवासी महिला के मकान पर बुलडोजर चला दिया। जबकि महिला का मकान अवैध रुप से निर्मित नहीं था। महिला के पास निर्माण का पट्टा और सभी आवश्यक दस्तावेज मौजूद थे।
प्रशासन की इस अंधी कार्रवाई से आहत होकर आदिवासी महिला ने जहर खा लिया। घटना के बाद पूरे प्रशासनिक तंत्र में हंगामा मच गया। फिलहाल भोपाल में महिला का इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर है। इस मामले में महिला के पति ने स्थानीय पटवारी पर एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि रुपए नहीं देने की वजह से पटवारी ने इसे अवैध बता दिया।
गुना के इस क्षेत्र से बीजेपी के विधायक पन्नालाल शाक्य ने भी इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी में आदिवासी महिला का मकान तोड़ा गया है। जिस तत्परता से आदिवासी महिला का मकान तोड़ा गया है, उसी तरह विधानसभा क्षेत्र के अंदर अन्य प्रकार की अनैतिक गतिविधियों पर भी रोक लगाई जाए। विधायक पन्नालाल शाक्य ने सवाल करते हुए कहा कि आखिर उनके क्षेत्र में कौन हावी है?
घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह गंभीर आरोप है। आदिवासी का पट्टा होने के बावजूद उसका घर क्यों तोड़ा गया? पटवारी पर भी रिश्वत माँगने का आरोप है। भाजपा विधायक पन्ना लाल जी को धन्यवाद आपने एक गरीब आदिवासी का पक्ष लिया। गुना कलेक्टर और सीएम मोहन यादव कृपया इसे संज्ञान में ले कर दोषियों पर कार्रवाई करें।