चुनाव में करोड़ों खर्च हो गए हैं, 50 लाख भिजवाओ, चांचौड़ा MLA के देवर पर कृषि अधिकारी से फिरौती मांगने का आरोप

मध्य प्रदेश के चाचौड़ा विधानसभा सीट से विधायक प्रियंका पैंची के देवर अनिरुद्ध मीना पर कृषि उपसंचालक के अपहरण और फिरौती का आरोप लगा है। कृषि उपसंचालक ने आरोप लगाया है कि उन्हें बंधक बनाकर 50 लाख रुपए की मांग की गई और जान से मारने की धमकी दी गई।

Updated: Jun 25, 2024, 09:34 AM IST

चाचौड़ा। गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा सीट से विधायक प्रियंका पैंची के देवर अनिरुद्ध मीना पर कृषि उपसंचालक के अपहरण कर फिरौती का आरोप लगा है। कृषि उपसंचालक ने बंधक बनाकर 50 लाख रुपए की डिमांड करने और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस दौरान कृषि अधिकारी ने एसपी कार्यालय पहुंचकर इसकी लिखित शिकायत भी की है।

गुना जिले के कृषि उपसंचालक अशोक उपाध्याय ने गुना एसपी को लिखित शिकायत दी है। इसमें लिखा है कि 19 जून को उनके पास विधायक प्रियंका पेंची के देवर अनिरुद्ध मीना का कॉल आया। लेकिन बात नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने कॉल किया तो अनिरुद्ध मीना ने कहा कि आपको 20 जून को विधायक मैडम ने बुलाया है सुबह 10 बजे पैंची आ जाइए। इस पर उन्होंने कहा कि ठीक है आ जाएंगे। 20 जून को मेरी ड्यूटी स्कूल चलो अभियान के तहत लगी हुई थी। जिसके चलते मैं विशनवाड़ा बमोरी चला गया।

शिकायत में कहा गया है कि 21 जून को वह अनिरुद्ध मीना से बात कर गुना से पैंची के लिए निकल गए। वहां अनिरुद्ध मीना मिले। उन्होंने खाद की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली और कहा कि चाय पानी पीजिए और निकल जाना। इसके बाद उन्हें विधायक के निजी कार्यालय में बैठक करने के लिए कहा। कुछ देर बाद एक मोटा सा व्यक्ति आया और उसने कमरे का गेट बंद कर दिया। कुछ देर बाद कृषि अधिकारी अशोक उपाध्याय का मोबाइल छीन लिया गया और उन्हें बंधक बना लिया गया।

आरोप है कि भाजपा विधायक के देवर अनिरुद्ध मीणा ने अशोक उपाध्याय से 50 लाख रुपए देने की डिमांड भी की। पैसे ना देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। कहा कि तू 6 साल से नौकरी कर रहा है बहुत पैसे कमा रहा है। उसका हिसाब दे, 50 लाख रुपए भिजवा, चुनाव में करोड़ों रुपए खर्च हो गए हैं। पैसे लाकर दे, नहीं दिए तो तेरे खिलाफ विधानसभा में प्रश्न लगवाएंगे। कृषि अधिकारी का आरोप है कि उन्हें झूठे केस में फंसा कर जेल भेजने की भी धमकी दी गई।

इसी प्रकार करीब 40 मिनट तक कथित रूप से उन्हें प्रताड़ित किया गया। इस दौरान वह कलेक्टर की मीटिंग में भी नहीं पहुंच सके। हालांकि, इस मामले में विधायक प्रियंका पैची और उनके देवर अनिरुद्ध मीणा ने कहा कि सभी आरोप बे-बुनियाद हैं। उनका कहना है कि उनका नाम खराब करने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है।