बर्फीली हवाओं से ठिठुरा मध्य प्रदेश, भोपाल-इंदौर समेत 16 जिलों में शीतलहर का अलर्ट

दिसंबर की सर्दी ने अबकी बार ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखे तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है।

Updated: Dec 11, 2024, 09:49 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल दिसंबर के पहले पखवाड़े में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। भोपाल-इंदौर समेत कई जिलों में जनवरी जैसी ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई है। आने वाले दिनों में इसी तरह ठंड का कहर जारी रहने की संभावना है।

बुधवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर-उज्जैन समेत प्रदेश के 16 जिलों में कोल्ड वेव (शीतलहर) यानी, सर्द हवाएं चलने का अलर्ट है। इनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे रह सकता है। मंगलवार को 15 जिलों में सर्द हवाएं चलीं। पचमढ़ी देश का 10वां सबसे सर्द शहर रहा।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, इस समय पश्चिम-उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है। वहीं, 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं। इन दोनों सिस्टम की वजह से प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में कोल्ड डे रहेगा। वहीं, सागर-जबलपुर संभाग के कुछ जिलों में भी सर्द हवाएं चलेंगी।

मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन और शाजापुर में कोल्ड डे यानी, ठंडा दिन रहेगा। वहीं, जबलपुर, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, सागर, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, नरसिंहपुर और सिवनी में सर्द हवाएं चलेंगी।

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दिसंबर की सर्दी ने अबकी बार ट्रेंड बदल दिया है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड और ट्रेंड देखे तो दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड पड़ती रही है, लेकिन इस बार पहले ही पखवाड़े में तेज सर्दी का असर है। भोपाल और इंदौर की रात तो पिछले 2 साल से भी सबसे ठंडी रही। यानी, दिसंबर की ठंड का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फ गिरने से सर्दी बढ़ी है। यहां जेट स्ट्रीम हवाएं भी तेजी से बह रही हैं। जिसका असर प्रदेश में देखने को मिल रहा है।