Imarti Devi: हम जो कहेंगे, कलेक्टर हमें वो सीट जिताकर देगा
MP By Poll 2020: ज्योतिरादित्य सिंधिया की करीबी और शिवराज सरकार की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी की ठसक, सत्ता सरकार की हनक में जीतेंगे उपचुनाव, वीडियो हुआ वायरल

भोपाल। कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में गए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की करीबी नेता और शिवराज मंत्रिमंडल में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वे इसमें सत्ता के दम पर सीट जीतने की बात कह रही हैं।
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मंत्री इमरती देवी कह रही हैं कि हमें सरकार में रहने के लिए 8 सीटें जीतनी हैं। कांग्रेस को सत्ता में वापसी के लिए 27 सीटें चाहिए। आप बता तो दो कि सत्ता और सरकार क्या आखें मूंदें बैठी रहेंगी और वो पूरी की पूरी जीत लेंगे? सत्ता सरकार का बहुमत है कि हम कलेक्टर को कहेंगे, तो उतनी सीटें हमें मिल जाएंगी।
वोटों से तो यह जीतेगी नहीं इन्हें तो कलेक्टर साहब ही जिताएंगे।।
— Kunal Choudhary (@KunalChoudhary_) September 17, 2020
कलेक्टर साहब पढ़ेंगे की... अपार सफलता के बाद अब पेश है कलेक्टर साहब चुनाव जीतेंगे#अहंकार_है_या_सच्चाई_जरूर_सुने pic.twitter.com/UPJlqOFCB1
इमरती देवी के वीडियो को शेयर करते हुए कांग्रेस विधायक नेता कुणाल चौधरी ने लिखा है कि वोटों से तो यह जीतेंगी नहीं, इन्हें तो कलेक्टर साहब ही जिताएंगे।। कलेक्टर साहब पढ़ेंगे की... अपार सफलता के बाद अब पेश है कलेक्टर साहब चुनाव जीतेंगे
Click: शिवराज चौहान ने अपनी ही मंत्री इमरती देवी का प्लान किया फेल
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद प्रदेश में उपचुनाव होने हैं। इमरती देवी भी कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आई हैं। डबरा से उपचुनाव के लिए इनका उम्मीदवार बनना भी तय है। उनका सामना उनके समधी और कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे से है।
इमरती देवी अपने बयानों से अक्सर विपक्ष के निशाने पर रहती आई हैं। चाहे वो कमलनाथ सरकार में मंत्री रहते हुए दिए हों या शिवराज की वर्तमान सरकार में। हाल में उनका एक और बयान वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता, वो गोबर मिट्टी के बीच रही हैं। मगर ताज़ा बयान सियासी हलकों में इसलिए चर्चित हो रहा है क्योंकि वो सीधे-सीधे सत्ता के दुरूपयोग के जरिए चुनाव जीतने की बात कर रही हैं। इससे पहले इमरती देवी आंगनवाड़ी में अंडा वितरण के निर्णय को लेकर भी विवाद में घिर चुकी हैं।