जनता अब भ्रष्टाचारी सरकार को सत्ता से बाहर कर देगी, कलेक्टर बैतूल के हैंडल से हुई ट्वीट ने मचाया हड़कंप

बैतूल कलेक्टर के ट्वीटर हैंडल से सरकार विरोधी पोस्ट रिट्वीट की गई। मामले ने तूल पकड़ा तो हैंडलर कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया।

Updated: Sep 19, 2023, 10:54 AM IST

बैतूल। विधानसभा चुनाव से पूर्व मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है। भाजपा के कई बड़े नेता भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर पार्टी से दूरी बना चुके हैं। अब जिलाधिकारी भी शिवराज सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को स्वीकार रहे है। सोमवार को ही श्योपुर कलेक्टर का एक वीडियो सामने आया जिसमें वे मनरेगा में व्याप्त घोटाला का जिक्र करते दिखे। वहीं, अब बैतूल कलेक्टर के ट्विटर हैंडल से शिवराज सरकार को भ्रष्टाचारी बताने का मामला सामने आया है।

दरअसल, बैतूल कलेक्टर के ट्वीटर हैंडल से सरकार विरोधी पोस्ट रिट्वीट की गई। कलेक्टर बैतूल के ट्वीटर हैंडल पर 17 सितंबर की रात 11:20 बजे एक पोस्ट नजर आई। इसमें समीक्षा सिंह नाम के ट्विटर हैंडल से की गई एक पोस्ट को रिट्वीट किया गया था। इसके कैप्शन में लिखा था कि जनता अब भ्रष्टाचारी सरकार को सत्ता से बाहर कर देगी। इसके साथ लगे पोस्टर में घोटाला ही घोटाला और 86 हजार करोड़ लिखा था। 

बैतूल कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस मध्य प्रदेश के विवादित अधिकारी व मौजूदा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस के बेटे हैं। ऐसे में उनके हैंडल से हुई इस पोस्ट से सियासी जगत में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। मामला तूल पकड़ने के बाद बैंस ने उसी रात एडीएम जय प्रकाश सैयाम को एफआईआर कराने के निर्देश दिए। एडीएम सैयाम ने आनन-फानन में रात 3 बजे प्रशासन की ओर से आवेदन देकर बैतूल गंज थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की धारा 66 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मामला साइबर सेल को भेज दिया।

इतना ही नहीं जनसंपर्क विभाग ने बैतूल में कलेक्टर के एक्स हैंडल का संचालन करने वाले कर्मचारी शिवराम बारंगे की सेवाएं समाप्त कर दी। उसे तत्कालीन पीआरओ सुरेंद्र तिवारी ने रखा था। एडीएम सैयाम ने बताया कि इस मामले की प्रशासनिक स्तर पर भी जांच की जा रही है।