पूरी दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले पूज्य बापू के विचार हमारी धरोहर हैं: दिग्विजय सिंह

देश आज़ाद हुआ है तब से आज तक कभी भी देश के मूल्यों, संविधान व भाईचारे को चुनौती देनेवाली ताक़तें इतनी सक्रिय नहीं हुईं, जितनी अब हुईं हैं: कमलनाथ

Updated: Oct 02, 2023, 01:26 PM IST

भोपाल। देशभर में आज सत्य और अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की 154वीं जन्म जयंती मनाई जा रही है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने गांधी जयंती के अवसर पर सोमवार को राजधानी भोपाल में गांधी जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पुण्य स्मरण किया। दोनों नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी माल्यार्पण कर उनका नमन किया।

गांधी जयंती के अवसर पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट में लिखा, 'पूरी दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले सत्य के पुजारी, शांति व भाईचारे के सबसे बड़े पैरोकार रहे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। पूज्य बापू के विचार हमारी धरोहर हैं, हमें हर परिस्थिति में उन विचारों पर क़ायम रहने की आवश्यकता है।'

वहीं, पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'गांधी जी-शास्त्री जी की जयंती का महत्व यूँ तो सच्चाई और ईमान के प्रतीक के रूप में सदैव ही रहा है लेकिन इस साल इसका महत्व बीते हुए सालों के मुक़ाबले सबसे ज़्यादा है क्योंकि जब से देश आज़ाद हुआ है तब से आज तक कभी भी देश के मूल्यों, संविधान व भाईचारे को चुनौती देनेवाली ताक़तें इतनी सक्रिय नहीं हुईं, जितनी अब हुईं हैं।' 

कमलनाथ आगे लिखते हैं, 'हमारे देश की अनूठी ख़ासियत ये है कि ये शांत रहते हुए भी गांधी जी की तरह सही समय पर अपने नैतिक-बल के आधार पर एक अहिंसक क्रांति करने की सामर्थ्य रखता है और जीतता भी है। हमारे देशवासियों ने औपनिवेशिक ताक़तों से लेकर देश की एकता की विरोधी ताक़तों तक का सामना हमेशा इसी सामर्थ्य से किया है और आगे भी करेंगे और आख़िरकार उनको हराएँगे भी।'

कमलनाथ ने अंत में लिखते हैं कि गांधी जी और शास्त्री जी की जो मुस्कान उनके चित्रों और चलचित्रों में हम सबने देखी है, उस मुस्कान को आगे भी बचाए-बनाए रखने के लिए हर कांग्रेसी अपने देश से वादा करता है और ये मेरा व्यक्तिगत वचन भी है। समय कठिन है और चुनौती बड़ी है, लेकिन देश के लिए कांग्रेस हमेशा लड़ी है और जीती भी है… और जीतेगी भी। हर देशप्रेमी के हृदय में, हर सच्चे मन में गांधी जी आज भी जीवित हैं, जीवंत हैं और सदा रहेंगे।