इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब भाजपा ने चुनाव से 6 महीने पहले ही हार मान ली: कमलनाथ
याद रखिए कमलनाथ ने 44 साल मध्यप्रदेश की सेवा में बिताए हैं। इस सेवा के मार्ग में चाहे गालियां मिलें, चाहे पत्थर मिलें, चाहे अपशब्द मिलें, मैं सब स्वीकार कर लूंगा, लेकिन मध्य प्रदेश के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दूंगा: कमलनाथ
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज छह महीने का वक्त बचा है। ऐसे में नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। शुक्रवार को कार्यसमिति की बैठक में भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर जमकर निशाना साधा था। शनिवार को पीसीसी चीफ ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव से 6 महीने पहले ही हार मान ली है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब सत्ताधारी पार्टी ने चुनाव से 6 महीने पहले ही हार स्वीकार कर ली हो। मुख्यमंत्री सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता जनता के मुद्दों से पूरी तरह कट चुके हैं और कांग्रेस की जनहितैषी घोषणाओं से अपना संतुलन खो बैठे हैं।'
कमलनाथ आगे लिखते हैं कि, 'वे सब मिलकर सुबह शाम मुझे कोसने में लगे हैं। लेकिन मध्य प्रदेश की सम्मानित जनता देख रही है कि भाजपा के नेता मुझे नहीं, मध्य प्रदेश के नव निर्माण के लिए की गई कमलनाथ की घोषणाओं को कोस रहे हैं। भाजपा के लोग महिलाओं के सम्मान में मिलने वाले ₹1500 को कोस रहे हैं।'
मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब सत्ताधारी पार्टी ने चुनाव से 6 महीने पहले ही हार स्वीकार कर ली हो। मुख्यमंत्री सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता जनता के मुद्दों से पूरी तरह कट चुके हैं और कांग्रेस की जनहितैषी घोषणाओं से अपना संतुलन खो बैठे हैं।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 20, 2023
वे सब मिलकर सुबह शाम…
कमलनाथ ने आगे लिखा, 'भाजपा के लोग मध्य प्रदेश में मिलने वाले ₹500 के गैस सिलेंडर को कोस रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता को मिलने वाली 100 यूनिट मुफ्त बिजली को कोस रहे हैं। मध्य प्रदेश की जनता को मिलने वाली 200 यूनिट बिजली के बिल को कोस रहे हैं। सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन को कोस रहे हैं। किसानों के माफ होने वाले कर्ज को कोस रहे हैं।'
पूर्व सीएम आगे लिखते हैं कि, 'भाजपा के लोग मध्य प्रदेश की 8.5 करोड़ से अधिक जनता के सुनहरे भविष्य को कोसने में लगे हैं। लेकिन याद रखिए कमलनाथ ने 44 साल मध्यप्रदेश की सेवा में बिताए हैं। इस सेवा के मार्ग में चाहे गालियां मिलें, चाहे पत्थर मिलें, चाहे अपशब्द मिलें, मैं सब स्वीकार कर लूंगा, लेकिन मध्यप्रदेश के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दूंगा।'