1942 के भारत छोड़ो से 2022 के भारत जोड़ो तक, आजादी की लड़ाई में जेल जा चुकी लीलाबाई का भावुक वीडियो

भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने आईं 93 वर्षीय लीलाबाई चितले ने कहा कि मरने के बाद जब ऊपर जाऊंगी तो उनसे कहूंगी आप चिंता मत करो आपके लोग आपका सपना नहीं टूटने देंगे।

Updated: Nov 17, 2022, 03:50 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, हर रोज मोहब्बत चाहने वालों और संवैधानिक मूल्यों में भरोसा करने वालों की तादाद भी बढ़ रही है। गुरुवार को यात्रा में जब 93 वर्षीय लीलाबाई चितले शामिल हुई तो भारत यात्री भावुक दिखे। आजादी की लड़ाई में जेल जा चुकी लीला ताई ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि आपलोग संविधान की रक्षा हेतु लड़ाई लड़ रहे हैं।

लीला बाई ताई की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। 93 वर्षीय लीलाबाई ने कहा कि, 'सन 1942 में जब मैं सिर्फ 12 साल की थी तब गांधी जी ने "Do or Die" का नारा दिया था। मैं और मेरी दो सहेलियों ने कॉलेज के सामने "भारत छोड़ो आंदोलन" के समर्थन में नारेबाजी की थी। तब महज 12 साल की उम्र में हमें गिरफ्तार कर पुलिस चौकी ले जाया गया।'

लीलाबाई ने बताया कि उन्हें तो शाम तक छोड़ दिया गया लेकिन उनके पिता और भाई को साढ़े तीन साल तक जेल में रखा गया था। बिना कोर्ट में सुनवाई के उन्हें कैद रखा गया। लीला बाई कहती हैं कि देश की आजादी इस तरह से नहीं मिली। उसके लिए छोटे, बड़े, अमीर, गरीब सब धर्म और जाति के लोग गांधी के साथ खड़े रहे। गांधी जी के साथ एक मानव शक्ति का निर्माण हुआ। अंग्रेजो के पास सारे हथियार थे लेकिन हमने उन्हें देश को छोड़ने के लिए बाध्य किया।'

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लीलाबाई ने कहा कि, 'आज ये सब लोग जो कर रहे हैं मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैं कल नहीं रहूंगी, लेकिन देश के संविधान की रक्षा ये कर रहे हैं। मैं मारने के बाद जब ऊपर जाऊंगी तो उन्हें संदेश दूंगी... ऊपर उन्हें कहूंगी आप चिंता मत करो... वहां आपके लोग जो हैं... वो आपके सपने को कभी टूटने नहीं देंगे।' इस दौरान कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी भावुक दिखे।