शिक्षक से नेता बने अवध ओझा, अरविंद केजरीवाल ने दिलाई आम आदमी पार्टी की सदस्यता
आम आदमी पार्टी में अवध ओझा की एंट्री हो गई है। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में अवध ओझा ने सदस्यता ली।
नई दिल्ली। जाने-माने एजुकेटर और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। सिर पर गमझा बांधकर UPSC की पढ़ाई कराने वाले ओझा सर ने सोमवार को AAP की सदस्यता ली।
इस मौके पर ओझा सर ने कहा कि शिक्षा वो दूध है, जो पियेगा वो दहाड़ेगा। वो पिछले 22 सालों से छात्रों को कोचिंग दे रहे हैं। उनके सोशल मीडिया फॉलोअर्स की गिनती लाखों में है। अब फरवरी 2025 में होने जा रहे दिल्ली असेंबली इलेक्शंस में ओझा सर AAP के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।
आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर अवध ओझा ने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति में आकर शिक्षा के लिए काम करने का मौका दिया। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो परिवार, समाज और राष्ट्र की आत्मा है।
उन्होंने आगे कहा कि आज अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत में मैं आप सभी से यह साझा करना चाहता हूं कि अगर मुझे राजनीति और शिक्षा में से किसी एक को चुनना पड़े तो मैं निश्चित रूप से शिक्षा को चुनूंगा। राजनीति में आकर शिक्षा का विकास ही मेरा सर्वोत्तम उद्देश्य है।
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अगस्त 2024 में एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अवध ओझा ने बताया था कि वो पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्होंने पार्टी से प्रयागराज सीट का टिकट मांगा था, मगर मिला नहीं। पार्टी ने उन्हें कैसरगंज से लड़ने के लिए कहा, मगर उन्हें प्रयागराज से लड़ना था।
उन्होंने बताया कि अपनी मां के मना करने पर वो कैसरगंज से चुनाव नहीं लड़े। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से अमेठी सीट पर लड़ने के लिए टिकट मांगा। शुरुआत में पार्टी इसके लिए तैयार थी, मगर बाद में किशोरीलाल शर्मा को इस सीट से टिकट मिल गया।