बीजेपी नेता रामेश्वर शर्मा के फिर बिगड़े बोल, हिंदू राजाओं को बताया सत्ता का लालची

रामेश्वर शर्मा ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जोधा अकबर में नहीं हुई थी कोई लव मैरिज, वो कॉलेज या जिम में नहीं मिले थे, बल्कि दोनों का विवाह सत्ता के लोभ में बेटी तक को दांव पर लगाने का परिणाम था

Updated: Sep 28, 2021, 07:14 AM IST

भोपाल। अब तक आपने बीजेपी के नेताओं को मुस्लिम शासकों के खिलाफ ही बयानबाजी करते देखा होगा। लेकिन हिंदुत्व का झंडा बुलंद करने वाली पार्टी का आलम यह है कि अब वह हिंदू राजाओं के खिलाफ भी बयानबाजी करने पर उतारू हो गई है। बीजेपी नेता रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि जोधा अकबर का विवाह इसलिए हुआ क्योंकि हिंदू राजाओं ने सत्ता के लोभ में आकर अपनी बेटियों तक को दांव पर लगा दिया। 

रामेश्वर शर्मा का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में रामेश्वर शर्मा बेहद असंवेदनशील और हल्के अंदाज में यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि जोधा और अकबर की कोई लव मैरिज नहीं हुई थी। वे किसी कॉलेज में नहीं मिले थे, जिम में नहीं मिले थे। इन दोनों का विवाह इसलिए हुआ क्योंकि हिंदू राजा सत्ता की प्राप्ति के लिए अपनी बेटी तक को दांव लगाने से बाज नहीं आए। 

रामेश्वर शर्मा का यह वीडियो सागर में आयोजित एक कार्यक्रम का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में रामेश्वर शर्मा यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि जोधाबाई का अकबर से किसने रिश्ता किया? कोई आई लव यू नहीं था। जोधाबाई और अकबर में क्या था? लव था? मोहब्बत थी? कॉलेज में साथ पढ़ते थे? कहीं मिले थे? कॉफी हाउस में? जिम में? जब लोग सत्ता के लोभी हो जाएं, और सत्ता को चाहने के लिए बेटी को दांव पर लगा दें। ऐसे लुटेरों से भी सावधान रहो। जो तुम्हारे हैं पर धर्म को धोखा दे सकते हैं। 

रामेश्वर शर्मा अपने इस बयान के बाद एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर रामेश्वर शर्मा की जमकर आलोचना हो रही है। राजपूत समाज रामेश्वर शर्मा के इस बयान को पूरे क्षत्रिय समाज के अपमान के तौर पर देख रहा है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और राजनाथ सिंह से भी सवाल कर रहे हैं कि अपनी ही पार्टी के नेता द्वारा क्षत्रियों का अपमान किए जाने को वे किस तरह से देखते हैं? क्या वे इस बयान को लेकर रामेश्वर शर्मा के ऊपर कार्रवाई की मांग करेंगे?  

मध्य प्रदेश की सियासत में भाजपा नेताओं को अमूमन विवादित और भड़काऊ बयानबाजी करते देखा जाता रहा है। लेकिन अपनी विवादित और भड़काऊ बयानबाजी के लिए दो नेता प्रमुख तौर पर मीडिया की सुर्खियों में रहते हैं। रामेश्वर शर्मा के साथ साथ भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा भी लागतार भड़काऊ और विवादित बयानबाजी करते देखी जाती रही हैं। जिस तरह से साध्वी प्रज्ञा को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे में देशभक्त नज़र आता है, उसी तर्ज पर रामेश्वर शर्मा का इतिहास का ज्ञान यह कहता है कि इस देश का बंटवारा कांग्रेस ने कराया था।