एम्बुलेंस चालक मरीज को बीच रास्ते में उतारकर भागा, मौके पर हुई टीबी मरीज की मौत

मृतक की पत्नी के मुताबिक एम्बुलेंस में उसके पति की मानसिक हालत बिगड़ गई ही और वह चिल्लाने लगे, इसी कारण गुस्साकर ड्राइवर ने उन्हें रास्ते में ही उतार दिया

Updated: May 31, 2021, 09:25 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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शिवपुरी। मध्यप्रदेश में एक एम्बुलेंस ड्राइवर ने टीबी मरीज को बीच रास्ते में उतारकर भाग गया जिसके बाद मरीज की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ग्वालियर से एक निजी एम्बुलेंस से शिवपुरी लौट रहे मरीज नरेंद्र, पत्नी रचना और उनकी 25 दिन की मासूम बेटी को ड्राइवर ने  सुभाषपुरा से 5 किमी आगे उतार दिया था। एंबुलेंस चालक की इस लापरवाही की वजह से मरीज की जान गई है। 

मृतक नरेंद्र जाटव की पत्नी रचना ने बताया की उन्हें टीबी की बीमारी थी। रिश्तेदारों ने 21 मई को उन्हें ग्वालियर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। पांच दिन बाद 26 मई को वे फिर शिवपुरी आ गए। इसके अगले ही दिन उनकी तबियत बिगड़ने लगी। इस बार वह नरेंद्र को लेकर ग्वालियर आई लेकिन सरकारी अस्पताल में किसी ने भर्ती नहीं लिया। 29 मई को जब वे डॉक्टर के घर तक पहुंच गए तो उन्होंने 10 दिन की दवा लिखकर घर जाने के लिए बोला।

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रचना के मुताबिक पति ने दो हजार रुपए किराए पर एम्बुलेंस बुक किया जिसमें दोनो पति-पत्नी और उनकी 25 दिन की बेटी आ रहे थे। रास्ते मे अचानक नरेंद्र ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया और एम्बुलेंस में रोने-चिल्लाने लगा। इसी बात स ड्राइवर नाराज हो गया और तीनों को बीच रास्ते में उतारकर चला गया। इसके बाद नरेंद्र अपनी पत्नी को पत्थर मारने लगा और बेटी को भी दांत काट घायल कर दिया।

राहगीरों ने इस बात की सूचना डायल 100 को दी, जिसके बाद सुभाषपुरा थाना प्रभारी मनीष जादौन घटनास्थल पर पहुंचे और तीनों को सतनवाड़ा अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुंचते-पहुंचते नरेंद्र की मौत हो गई। मामले पर शिवपुरी एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि एम्बुलेंस की पहचान कर ली गई है। पुलिस तहकीकात में जुटी हुई है।